बुधवार को अरुणाचल प्रदेश के तवांग इलाके के पास भारतीय सेना का एक चीता हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हादसे में एक पायलट की मौत हो गई है. मौके पर राबत बचाव का काम जारी है.
अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि हादसे की वजह क्या थी. अधिकारियों का कहना है कि सबसे पहले घायलों को अस्पताल भेजा जा रहा है और उसके बाद हादसे के दूसरे पहलुओं के बारे में जानने की कोशिश की जाएगी.
चीता हेलीकॉप्टर को पहली बार साल 1976-77 के बीच हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने लाइंसेंस के तहत बनाया था. इसे यूरोकॉप्टर, फ्रांस के LAMA SA 315B हेलीकाप्टर की तर्ज पर बनाया गया था.
समय समय पर चीता हेलीकॉप्टर के क्रैश होने की घटनाएं सामने आती रहीं लेकिन इसके बावजूद बजट की कमी और रक्षा खरीद में देरी के चलते इन हेलीकॉप्टर की विदाई टलती रही.
एचएल का एलयूएच और रूसी कमोव 226टी चीता हेलीकॉप्टर की जगह लेंगे. रूसी कमोव 226टी को मेक इन इंडिया के तहत बनाने की तैयारी है. चीता के अलावा सेना में सेवा दे रहे कुछ चेतक हेलीकॉप्टर भी इन दोनों हेलीकॉप्टर से बदले जाएंगे, यह भी बेहद पुराना हेलीकॉप्टर है जो पहली बार 1965 में सुरक्षा बलों को मिले थे.