भारत में कोरोना की दूसरी लहर से पैदा संकट से निपटने के लिए अमेरिका के आगे आने के बाद से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल चर्चा में हैं. अजित डोभाल ने अपने अमेरिकी समकक्ष जेक सुलिवन से इस मसले पर बात की थी.
उनकी इस बातचीत के बाद ही अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और फिर राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत को कोविशील्ड वैक्सीन के लिए कच्चे माल की सप्लाई का वादा किया है. इस ऐलान के बाद से ही अजित डोभाल ट्विटर के टॉप ट्रेंड में हैं. कई ट्विटर यूजर्स का कहना है कि जहां अजित डोभाल हैं, वहां राह है. अमेरिका को इनकार से इकरार तक लाने वाले अजित डोभाल की जमकर तारीफ की जा रही है.
इस बीच अमेरिका के जॉन एफ. केनेडी एयरपोर्ट से 318 ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर्स को लेकर एयर इंडिया का विमान दिल्ली के लिए रवाना हो गया है. इसके अलावा संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब जैसे देशों ने भी ऑक्सीजन की सप्लाई में भारत को मदद की पेशकश की है.
अमेरिका ने अपने नजदीकी एयरबेस से कहा है कि वह ऑक्सीजन जनरेटर्स को एयरलिफ्ट करे. इसके अलावा रेमडेसिविर इंजेक्शन और कोविशील्ड वैक्सीन के कच्चे माल की सप्लाई भी शुरू की जाए. अमेरिका ने कहा है कि वह भारत को वैक्सीन के कच्चे माल की सप्लाई के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने ट्वीट में कहा, ‘जैसे भारत ने अमेरिका को मदद दी थी, जब हमारे अस्पताल कोरोना के संकट से जूझ रहे थे।’ जो बाइडेन ने अपने इस ट्वीट के साथ ही अजित डोभाल और जेक सुलिवन के बीच हुई बातचीत को भी अटैच किया है.
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी के आदेश पर अजित डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब से बातचीत शुरू की है. माना जा रहा है कि अजित डोभाल सऊदी अरब और यूएई से बात कर रहे हैं.
वहीं विदेश मंत्री एस. जयशंकर यूरोपियन यूनियन से बात कर रहे हैं. खासतौर पर वह फ्रांस से संपर्क में हैं ताकि ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर्स, रेमडेसिविर और वैक्सीन के लिए कच्चे माल की सप्लाई सुनिश्चित की जा सके.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक यूएई ने बताया है कि भारत को वैक्सीन की बड़ी खेप भेज रहा है. इसके अलावा सऊदी अरब की ओर से भी ऑक्सीजन जनरेटर्स की सप्लाई की जा रही है. ब्रिटेन की ओर से भी बड़ी संख्या में ऑक्सीजन जनरेटर्स की सप्लाई की जा रही है.
भारत को अब तक कुल 9 देशों की ओर से कोरोना संकट में मदद का भरोसा मिला है. जर्मनी, कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, यूएई, फ्रांस और पाकिस्तान जैसे देशों की ओर से भारत को कोरोना संकट से निपटने में मदद का ऑफर दिया गया है.