अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर रोक लगाने के लिए कड़ा रुख अपनाया है। ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि ईरान परमाणु हथियार विकसित करने से नहीं रुकता, तो सैन्य कार्रवाई की जाएगी।
इस चेतावनी के तहत, अमेरिका ने मध्य पूर्व में अपनी सैन्य उपस्थिति को मजबूत किया है। डिएगो गार्सिया में छह B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स तैनात किए गए हैं, जो ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाने में सक्षम हैं।
इसके अलावा, अमेरिका ने दो विमानवाहक पोत समूह, F-35 फाइटर जेट्स, A-10 वॉर्थोग्स, और 6,000 से अधिक सैनिकों को क्षेत्र में तैनात किया है। पैट्रियट और THAAD मिसाइल रक्षा प्रणालियों को भी मध्य पूर्व में स्थानांतरित किया गया है।
ट्रंप प्रशासन ने ईरान को दो महीने का समय दिया है कि वह अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करे, अन्यथा सैन्य कार्रवाई की जाएगी।
ईरान ने प्रत्यक्ष वार्ता से इनकार किया है, लेकिन ओमान के माध्यम से अप्रत्यक्ष वार्ता की संभावना बनी हुई है।
इस स्थिति में, अमेरिका और ईरान के बीच तनाव अपने चरम पर है, और आने वाले सप्ताहों में क्षेत्रीय स्थिरता पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।