कृषि कानून वापस: पीएम मोदी बोले- “हम किसानों को समझा नहीं पाए, मैं देशवासियों से क्षमा मांगता हूं”

प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि मैं देशवासियों से क्षमा मांगते हुए यह कहना चाहता हूं कि हमारी तपस्या में कोई कमी रह गई होगी. उन्होंने कहा कि कुछ किसान भाइयों को समझा नहीं पाए. आज गुरुनानक देव का पवित्र पर्व है.

ये समय किसी को दोष देने का समय नहीं है. पूरे देश को यह बताने आया हूं कि सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया शुरू कर देंगे. (बता दें कि इसे महीने की 29 नवंबर को संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है उसी में मोदी सरकार यह तीनों कृषि बिल को वापस लेने के लिए कानून में संशोधन करेगी.

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने किसानों की बातों और उनके तर्क को समझने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. जिन कानूनों पर ऐतराज था उनको समझाने में सरकार ने भरपूर कोशिश की. इसके साथ ही पीएम मोदी ने आंदोलन पर बैठे लोगों को प्रकाश पर्व पर अपने घर वापस जाने की अपील की. बता दें कि तीनों नए कृषि कानून 17 सितंबर 2020 को संसद से पास कराया गया था. इसके बाद से लगातार किसान संगठनों की तरफ से विरोध कर इन कानूनों को वापस लेने की मांग की जा रही थी.

किसान संगठनों का तर्क था कि इस कानून के जरिए सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को खत्म कर देगी और उन्हें उद्योगपतियों के रहमोकरम पर छोड़ देगी. जबकि सरकार का तर्क था कि इन कानूनों के जरिए कृषि क्षेत्र में नए निवेश का अवसर पैदा होगा और किसानों की आमदनी बढ़ेगी. सरकार के साथ कई दौर की वार्ता के बाद भी इस पर सहमति नहीं बन पाई. किसान दिल्ली की सीमाओं के आसपास आंदोलन पर बैठकर इन कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.

–शंभू नाथ गौतम

मुख्य समाचार

आम आदमी को झटका, घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम बढ़ें

देश में सोमवार को एलपीजी सिलेंडर के दामों में...

विज्ञापन

Topics

More

    आम आदमी को झटका, घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम बढ़ें

    देश में सोमवार को एलपीजी सिलेंडर के दामों में...

    Related Articles