प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीनों कृषि कानूनों की वापसी के एलान के बाद आगे की रणनीति तैयार करने के लिए 32 किसान संगठनों की आज बैठक होने जा रही है.
पीएम मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए एक साल से ज्यादा समय से कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील की और साथ ही कहा कि अगले महीने संसद के शीतकालीन सत्र में तीनों कृषि कानून को वापस लेने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.
वहीं कुछ किसान संगठनों ने मोदी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया तो कुछ किसान संयुक्त मोर्चा ने आंदोलन खत्म नहीं करने का एलान किया है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि “हम उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा. इसके अलावा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी ) पर गारंटी कानून और किसानों से संवाद करने के लिए कमेटी बनाई जाए. 10 हजार से ज्यादा किसानों पर मुकदमे दर्ज हैं उसका क्या होगा. मीठी भाषा को बातचीत में बदलवा करने की जरूरत है.”
उधर कृषि कानून वापस लेने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया. अन्याय के खिलाफ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!”
देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 19, 2021
अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो!
जय हिंद, जय हिंद का किसान!#FarmersProtest https://t.co/enrWm6f3Sq