दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए आतंक का पर्याय रहे ग्रेटर नोएडा के घंघौला गांव निवासी कुख्यात सुंदर भाटी का 30 साल का साम्राज्य राजनीतिक गलियारों में उसकी अच्छी पैठ की वजह से मजबूत था।
पैठ भी ऐसी कि वह जेल में रहने के दौरान खेल प्रतियोगिता में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के साथ पुरस्कार बांटता था। जनवरी, 2015 में उसका गौतमबुद्धनगर जिला जेल के अंदर से फोटो वायरल हुआ था, जिसे जेल के एक अधिकारी ने ही भेजा था। गौरतलब है कि प्रयागराज में पुलिस अभिरक्षा में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई।
अब अतीक-अशरफ की हत्या में सुंदर भाटी का नाम सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि सुंदर भाटी के इशारे पर अतीक-अशरफ के हत्यारों तक जिगाना पिस्टल पहुंचाई गई थी। बता दे पाकिस्तान के रास्ते भारत आने वाली जिगाना पिस्टल का प्रयोग अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या में किया गया।
तीन हत्यारों में शामिल रोहित उर्फ सनी हमीरपुर का रहने वाला है। उस पर कुरैरा थाने में 14 मुकदमे दर्ज हैं। वह सुंदर भाटी के साथ वर्ष 2019 में हमीरपुर जेल में बंद रहा था। उसी दौरान से वह सुंदर भाटी के संपर्क में था। सूत्रों ने दावा किया है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात सुंदर भाटी के इशारे पर अतीक अहमद के हत्यारों तक जिगाना पिस्टल पहुचायी गयी।