राजनीतिक दलों के नेता दूर की सोचते हैं. कब, कहां और किस पर दांव लगाना है, इसमें माहिर माने जाते हैं. तभी उन्हें ‘नेता’ कहा जाता है. अगले साल की शुरुआत में होने वाले पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव को लेकर भाजपा, कांग्रेस, सपा और बसपा ने तैयारियां तेज कर दी है. लेकिन आज हम बात करेंगे आम आदमी पार्टी की. दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी सियासी जमीन तलाशने के लिए ‘ताल ठोक’ रखी है.
मुख्यमंत्री केजरीवाल पंजाब और उत्तराखंड के कई दौरे कर चुके हैं. पिछले दिनों उन्होंने उत्तराखंड, गोवा के साथ पंजाब में भी ‘300 यूनिट तक फ्री बिजली’ देने का वादा भी किया था. गुरुवार को एक बार फिर केजरीवाल चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने पंजाब गए थे. इस दौरान अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सेवा सिंह सेखवां ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया. सीएम केजरीवाल ने उनका पार्टी में स्वागत किया. पंजाब के पूर्व मंत्री सेखवां को अपनी पार्टी में शामिल कर अकाली दल को झटका देने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के चेहरे पर शुक्रवार सुबह एक बार फिर से ‘मुस्कान’ दिखाई दी. उनकी इस मुस्कान के पीछे की वजह दिल्ली स्थित मुख्यमंत्री आवास पर बॉलीवुड अभिनेता और कोरोना काल में लोगों के ‘मसीहा’ बने सोनू सूद और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ‘बीच लंबी बातचीत है’.
सोनू सूद और केजरीवाल की मुलाकात का ‘ऑफिशियल’ उद्देश्य आम आदमी पार्टी सरकार के देश में ‘मेंटोर कार्यक्रम’ का प्रचार-प्रसार करने के लिए ‘ब्रांड एंबेसडर’ बनाया गया है. बता दें कि इस कार्यक्रम के तहत देश की बड़ी हस्तियां सरकारी स्कूल के बच्चों को गाइड करेंगे, उन्हें करियर से जुड़ी बातें बताएंगे. इसके बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल और फिल्म अभिनेता सोनू सूद ने एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की. ‘इस दौरान दोनों ने एक दूसरे के काम की जमकर तारीफ की’. सूद की ‘प्रशंसनीय बातों’ से उत्साहित हुए केजरीवाल पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर भी ‘संदेश’ दे गए. यहां हम आपको बता दें कि पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले इन दोनों की मुलाकात को लेकर ‘हलचल’ शुरू हो गई है. अगले साल पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, इसमें से पंजाब भी एक राज्य है, इस राज्य में आम आदमी पार्टी अपने लिए संभावनाएं तलाशने में जुटी हुई है.
लॉकडाउन में लोगों के मसीहा बने सोनू सूद पंजाब से ही आते हैं—
आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के साथ पंजाब में भी चुनावी ‘बिगुल फूंक’ रखा है. केजरीवाल को पंजाब में कांग्रेस और अकाली दल से टक्कर लेने के लिए पंजाब की ‘मिट्टी’ से निकला हुआ लोकप्रिय सितारे की तलाश थी. ऐसे में आम आदमी पार्टी के लिए इस राज्य में विधानसभा चुनाव में बॉलीवुड स्टार सोनू सूद अच्छा ‘चेहरा’ बन सकते हैं. बता दें कि अभिनेता सूद भी पंजाब के ‘मोगा’ से आते हैं.
‘केजरीवाल के साथ फिल्म अभिनेता सूद की मुलाकात के बाद कयासों का बाजार गर्म है. ‘सीएम केजरीवाल के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जब सोनू सूद से राजनीति में आने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी तो इस बारे में कुछ सोचा तक नहीं है, लेकिन ‘जिस प्रकार से सोनू सूद ने जवाब दिया है उससे कयास लगाए जा रहे हैं कि वह समाज सेवा के लिए राजनीति के मैदान में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से एंट्री कर सकते हैं’. सोनू सूद को लेकर पहले भी देश में कई लोग कह चुके हैं कि उन्हें राजनीति में आना चाहिए. वहीं अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभिनेता सोनू सूद सबकी मदद के लिए पहुंचते हैं और देश के लिए प्रेरणास्रोत हैं.
दूसरी ओर अभिनेता सूद से मुलाकात के बाद उनसे राजनीति पर चर्चा करने की बात को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल टालते रहे, लेकिन अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. गौरतलब है कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए पिछले साल देश में लॉकडाउन लागू होने के बाद अभिनेता सोनू सूद ने आगे आकर देशभर के लोगों की मदद की थी. सोनू ने पीड़ित लोगों को लॉकडाउन में उनके घर पहुंचाने, उनका खाना देने, ट्रेन और बसों में टिकटों का इंतजाम किया था. जिसकी वजह से इनकी पूरे देश में लोकप्रियता बनी हुई है. अभिनेता की मदद से प्रभावित होकर वहीं कुछ लोगों ने सोनू सूद को भगवान का दर्जा देते हुए इनके ‘मंदिर’ भी बनवाए हैं. आज भी लोग सोशल मीडिया के जरिए सोनू सूद से तरह-तरह की मदद मांगते रहते हैं.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार