उत्तर प्रदेश की दोबारा कमान संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासनिक अफसरों की लापरवाही और भ्रष्टाचार को लेकर सख्त रवैया अपनाया हुआ है. पिछले महीने सीएम योगी ने यूपी के जनपद रॉबर्ट्सगंज और औरैया के डीएम को घोटाले और विभागीय लापरवाही पर सस्पेंड कर दिया था. उसके बाद नोएडा (गौतम बुद्ध नगर) के एसएसपी पर भी गाज गिरी थी. अब एक बार फिर से मुख्यमंत्री योगी ने आईएएस अफसर पर एक्शन लिया है. बता दें कि सीएम योगी तीन दिवसीय दौरे पर अपने पैतृक गांव उत्तराखंड के पंचूर में हैं. वह 2 दिनों से पौड़ी गढ़वाल स्थित पंचूर में अपने परिजनों के साथ हैं. लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहीं से यूपी पर भी निगाहें लगाए हुए हैं. बुधवार को योगी ने गांव से ही गाजियाबाद की तत्कालीन डीएम निधि केसरवानी को भूमि अधिग्रहण में अनियमितता के मामले में निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए. सीएम योगी की संस्तुति पर मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा बुधवार को एक ट्वीट में इसकी जानकारी देते हुए बताया गया कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति के अनुरूप मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद की तत्कालीन जिलाधिकारी को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही शुरू करने के लिए भारत सरकार को संदर्भित करने के आदेश दिए हैं.
बता दें कि मौजूदा समय में निधि केसरवानी केंद्र सरकार में नियुक्त हैं. इसके साथ ही इस मामले में जांच आख्या उपलब्ध होने के बावजूद अग्रिम कार्यवाही में विलंब करने पर नियुक्ति विभाग के अनुभाग अधिकारी, समीक्षा अधिकारी को भी निलंबित करने के आदेश दिया है. अनुसचिव पर भी कार्रवाई होगी. बता दें कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के भूमि अधिग्रहण में हुए घोटाले में निधि केसरवानी समेत दो अन्य अधिकारियों पर आरोप हैं. इसके अलावा सीएम योगी ने गांव से ही प्रदेश के सभी 18 मंडलों में अटल आवासीय विद्यालयों का निर्माण तेजी से करने और प्रत्येक स्तर पर गुणवत्ता मानकों का पालन करने के आदेश जारी किए हैं. उन्होंने विद्यालयों का संचालन वर्ष 2023 से प्रत्येक दशा में सुनिश्चित के भी विभागीय अफसरों को निर्देश दिए.
–शंभू नाथ गौतम