रूस-यूक्रेन संकट को लेकर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ‘यूक्रेन संकट के बीच अगले दो दिनों में रोमानिया और मोल्दोवा से लगभग 5,000 छात्रों को निकाला जाएगा. छात्रों को बहुत परेशानी हुई है. इस मिशन में, हमारा लक्ष्य यूक्रेन-रूस तनाव के कारण फंसे भारतीयों को घर वापस भेजना है.’
वही विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने मंगलवार को कहा कि लगभग 8,000 भारतीय, मुख्य रूप से छात्र, यूक्रेन में फंसे हुए हैं. वहीं फिलहाल मिले अपडेट के मुताबिक, 208 नागरिकों को दिल्ली में विमान से उतारा गया.
केंद्र ने सोमवार को फैसला किया कि केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और वीके सिंह निकासी मिशन का समन्वय करने और छात्रों को वापस लाने में मदद करने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों की यात्रा करेंगे. बता दें कि सिंधिया को रोमानिया और मोल्दोवा से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रयासों का ध्यान रखने के लिए कहा गया है.
सिंधिया ने कहा कि सरकार एक कॉल सेंटर भी स्थापित कर रही है, ताकि हर छात्र के भारत वापस आने तक उसे एक यूनिक कोड दिया जा सके.छात्रों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था की जा रही है.