पाकिस्तान के क्वेटा शहर में हाल ही में हुए एक प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। पुलिस ने मानवाधिकार कार्यकर्ता महरंग बलूच को भी गिरफ्तार किया, जो प्रशासन के खिलाफ चल रहे इस शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का हिस्सा थीं।
बलूच यकजिहती समिति (BYC) के अनुसार, पुलिस और अन्य राज्य एजेंसियों ने आंसू गैस, पानी की तोप और गोलियों का उपयोग किया, जिससे तीन बलूच युवकों की मृत्यु और दर्जनों की चोटें आईं। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में पुलिस को प्रदर्शनकारियों को बालों से घसीटते और लाठियों से पीटते हुए देखा गया है। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनकी शांतिपूर्ण सभा में घुसकर शवों को जबरदस्ती ले लिया।
बलूच नेशनल मूवमेंट के सदस्य हकीम बलूच ने महरंग बलूच की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हुए क्वेटा में शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की गोलीबारी को मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया।
यह घटना बलूचिस्तान में प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाती है, जहां मानवाधिकार उल्लंघन और असंतोष की घटनाएं बढ़ रही हैं।