उत्तराखंड के समाज कल्याण मंत्री चंदन राम दास ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि प्रदेश में बिना मान्यता के चल रहे मदरसों ने यदि जल्द ही मान्यता नहीं ली तो इनको बंद कर दिया जाएगा.
वर्तमान में उत्तराखंड के अंदर 425 मदरसे बिना मान्यता के चल रहे हैं. ऐसे में समाज कल्याण मंत्री चंद्र रामदास ने इन मदरसों को जल्द से जल्द मान्यता लेने की चेतावनी दी है और मान्यता नहीं लेने पर इन मदरसों को बंद करने का आदेश दिया है. बता दें कि इन 425 मदरसों में से 152 मदरसों को बिना मान्यता केंद्र एवं राज्य सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता मिल रही है. मगर अब इन मदरसों को आर्थिक सहायता मिलनी भी बंद हो जाएगी और यह मदरसे भी बंद हो जाएंगे। जारी किए गए आदेश के अनुसार यदि इन मदरसों के पास कक्षा पांचवी तक की मान्यता नहीं होगी तो इन में पढ़ने वाले बच्चों को कक्षा 6 में एडमिशन लेने में दिक्कत आएगी.
ऐसे में उन्होंने सभी मदरसों के संचालकों को मान्यता लेने के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि बिना टीसी के पढ़ने वाले बच्चों को अगली कक्षा में एडमिशन लेने में दिक्कत होगी. बिना टीसी के इन बच्चों को अगली कक्षा में एडमिशन नहीं दिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि वे राज्य के बच्चों का भविष्य इस तरह से बर्बाद नहीं होने देंगे और विभागीय मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार इन मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को गुणवत्ता शिक्षा देना चाहती है और इसमें सबसे पहला कदम होगा बिना मान्यता के चल रहे मदरसों को बंद करना. इसके लिए इन मदरसों को अनिवार्य रूप से मान्यता लेनी होगी. मंत्री ने कहा कि जो भी मान्यता नहीं लेगा और उत्तराखंड सरकार की शर्तों के ऊपर काम नहीं करेगा उसकी सरकारी सहायता तो बंद हो ही जाएगी साथ ही में उन मदरसों को भी बंद कर दिया जाएगा. जबकि दूसरे चरण में इस तरह के अन्य मदरसों के खिलाफ भी कड़ी से कड़ी कार्यवाही होगी.
साभार: राज्य समीक्षा