साल 2008 की 26 नवंबर की रात देश के करोड़ों लोग कभी नहीं भूल पाएंगे. आतंकवादियों ने मुंबई को बम और गोलीबारी से दहला दिया था. आज 13 साल पूरे हो गए हैं. बता दें कि 26/11 के तीन बड़े मोर्चों में मुंबई का ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल और नरीमन हाउस शामिल था.
जब हमला हुआ तो ताज में 450 और ओबेरॉय में 380 मेहमान मौजूद थे. खासतौर से ताज होटल की इमारत से निकलता धुंआ तो बाद में मुंबई पर हुए इस हमले की पहचान बन गया. 26 नवंबर की रात 9 बजकर 43 मिनट से शुरू हुआ आतंक का तांडव 29 नवंबर की सुबह 7 बजे खत्म हुआ.
मौत का ये तांडव 60 घंटे तक चला। इस हमले में 160 से अधिक लोग मारे गए थे. 9 आतंकियों को एनकाउंटर में मार दिया गया था. जबकि, एकमात्र आतंकी अजमल कसाब जिंदा पकड़ा गया. कसाब को 21 नवंबर 2012 को फांसी दे दी गई.
13 साल बाद भी मुंबई अटैक के जख्म अभी भी भरे नहीं है. आज मुंबई के साथ देशवासी उस हमले को याद कर शहीद हुए सुरक्षाबलों और लोगों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं.
–शंभू नाथ गौतम