केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 50 नक्सलियों के आत्मसमर्पण को एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए इसे नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में महत्वपूर्ण बताया। अमित शाह ने कहा कि यह आत्मसमर्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति का परिणाम है, जिसके तहत हिंसा छोड़ने वाले नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के लिए पुनर्वास की व्यवस्था की गई है।
इस अवसर पर अमित शाह ने अन्य नक्सलियों से भी अपील की कि वे हिंसा छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल हों। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से कई पर सरकार ने इनाम घोषित किया था। शाह ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों को सरकार की ओर से पुनर्वास की योजना के तहत सहायता दी जाएगी।
शाह ने यह भी कहा कि सरकार छत्तीसगढ़ और अन्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उनका मानना है कि 2026 तक नक्सलवाद देश में केवल इतिहास बनकर रह जाएगा। यह आत्मसमर्पण राज्य में शांति की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।