विश्व विरासत दिवस हर साल 18 अप्रैल को दुनिया भर में मनाया जाता है. इसे “स्मारकों और स्थलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस” (International Day for Monuments and Sites) के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि पूरे विश्व में मानव सभ्यता से जुड़े ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों के महत्व, उनके अस्तित्व के सम्भावित खतरों और उनके संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाए. यह 1982 में अंतरराष्ट्रीय स्मारक और स्थल परिषद (ICOMOS) द्वारा स्थापित किया गया था.
अंतरराष्ट्रीय स्मारक और स्थल परिषद एक गैर-सरकारी संगठन है जो स्मारकों और स्थलों के संरक्षण के लिए समर्पित है. 1972 में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) द्वारा अपनाई गई विश्व धरोहर सम्मेलन को अपनाने के बाद इस दिवस की स्थापना की गई थी. यह सम्मेलन दुनिया भर में सांस्कृतिक और प्राकृतिक महत्व के स्थलों की पहचान, संरक्षण और सहायता करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय ढांचा प्रदान करता है. यह दिवस हमें इन धरोहरों को संजोने और आने वाली पीढ़ियों के लिए उन्हें सुरक्षित रखने की याद दिलाता है.
क्या है विश्व विरासत दिवस 2024 की थीम ?
इस साल विश्व विरासत दिवस का आधिकारिक विषय “विविधता की खोज करें और अनुभव करें ” है.
2023 का विषय “हेरिटेज एंड क्लाइमेट” (विरासत और जलवायु) था.
2022 का विषय “रूरल लैंडस्केप” (ग्रामीण परिदृश्य) था.
भारत में विश्व विरासत दिवस 2024 कैसे मनाएं ?
किसी ऐतिहासिक स्थल या संग्रहालय की यात्रा करें: भारत में कई विश्व धरोहर स्थल हैं, जैसे आगरा का ताजमहल, सांची का स्तूप, कोणार्क का सूर्य मंदिर, आदि. आप इनमें से किसी एक स्थान पर जाकर इतिहास और संस्कृति को करीब से जान सकते हैं.
विरासत संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाएं: आप अपने दोस्तों और परिवार को विश्व धरोहर स्थलों के महत्व के बारे में बता सकते हैं और उन्हें इनके संरक्षण के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं. सोशल मीडिया पर #WorldHeritageDay हैशटैग का इस्तेमाल कर जागरूकता फैला सकते हैं.
विरासत पर आधारित कार्यशाला या प्रतियोगिता में भाग लें: कई स्कूल और संगठन विश्व विरासत दिवस के अवसर पर कार्यशाला या प्रतियोगिता का आयोजन करते हैं. आप इनमें भाग लेकर अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं और विरासत के बारे में अधिक जान सकते हैं.
विरासत संरक्षण से जुड़े किसी संगठन को दान करें: आप किसी ऐसे संगठन को दान देकर विश्व धरोहर स्थलों के संरक्षण में अपना योगदान दे सकते हैं, जो ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण का काम करते हैं.
विश्व विरासत दिवस हमें अपनी सांस्कृतिक विरासत की सराहना करने और उसे आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित करने का अवसर देता है. आइए हम सब मिलकर इस धरोहर को संभालने का संकल्प लें!