02 अक्टूबर को फिर लगेगा ग्रहण, क्या भारत में दिखाई देगा इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण!

हिंदी कैलेंडर के अनुसार हर साल अश्विन कृष्ण प्रतिपदा से अश्विन अमावस्या की तिथि तक पितृ पक्ष रहता है. इस समय वंशज मृत परिजनों के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान जैसे धार्मिक कर्मकांड करते हैं. पितृ पक्ष के पहले ही दिन साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण लगा है. लेकिन यह भारत में दृश्य नहीं है, इसलिए यहां सूतक काल मान्य नहीं है और ग्रहण संबंधित सावधानियों और कर्मकांड की भी जरूरत नहीं है तो पहले जानते हैं कब से कब तक चंद्र ग्रहण.

उपच्छाया से पहला स्पर्शः बुधवार 18 सितंबर को सुबह 06:12
प्रच्छाया से पहला स्पर्शः सुबह 07:44 बजे
परमग्रास चंद्र ग्रहणः सुबह 08:14 बजे
प्रच्छाया से अंतिम स्पर्शः सुबह 08:44 बजे
उपच्छाया से अंतिम स्पर्शः सुबह 10:17 बजे
खण्डग्रास की अवधिः 00 घंट 59 मिनट 59 सेकेंड
उपच्छाया की अवधिः 04 घण्टे 04 मिनट 27 सेकेंड
चंद्र ग्रहण का परिमाणः 0.08
उपच्छाया चन्द्र ग्रहण का परिमाणः 1.03

15 दिन बाद लगेगा सूर्य ग्रहण
आज 18 सितंबर को साल का तीसरा ग्रहण और दूसरा चंद्रग्रहण लगा है. पितृ पक्ष में लगे इस साल 2024 के आखिरी चंद्र ग्रहण के 15 दिन बाद ही, साल का चौथा ग्रहण जो सूर्य ग्रहण होगा वो लगेगा. आइये जानते हैं कब लगेगा सूर्य ग्रहण और क्या यह भारत में दिखाई देगा…

सूर्य ग्रहण 2024 का समय
पंचांग के अनुसार साल 2024 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण यानी साल का चौथा ग्रहण 15 दिन बाद दो अक्टूबर को लगेगा. यह सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार रात 9.13 बजे से शुरू होगा और देर रात 3.17 बजे संपन्न होगा. सूर्य ग्रहण के समय भारत में रात होने से भारत में लोग इसे नहीं देख पाएंगे.

क्या भारत में लगेगा सूर्य ग्रहण सूतक
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार सूर्य ग्रहण के 8 घंटे पहले से सूतक काल लग जाता है और इस अवधि में सूतक काल और ग्रहण के नियमों का पालन करना पड़ता है. लेकिन जिस क्षेत्र में दिखाई देता है, वहीं सूतक काल मान्य होता है. साथ ही इसी क्षेत्र में ग्रहण के धार्मिक कर्मकांड और सावधानियां अपनानी पड़ती है. चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई ही नहीं देगा. इसलिए यहां सूतक काल नहीं मान्य होगा. लेकिन जहां सूर्य ग्रहण दिखाई देगा, वहां सूर्य ग्रहण का सूतक सुबह 9.13 बजे से लग जाएगा.

दुनिया में कहां-कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण है, यह अर्जेंटीना, प्रशांत महासागर, आर्कटिक, दक्षिणी अमेरिका, पेरू और फिजी आदि देशों में देखा जा सकेगा. सूर्य ग्रहण को खुली आंखों से देखने का प्रयास न करें, ग्रहण देखने के लिए आने वाले चश्मों से इसका आनंद उठाया जा सकता है. हालांक यह भारत में दिखाई नहीं देखा.

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