पूरी दुनिया में बस तोता ही ऐसा पंक्षी है जो आदमी की आवाज की नकल कर सकता है. वही शब्द दोहरा सकता है, जो आदमी के मुंह से कहते हुए सुने. एक तरह से कहा जा सकता है कि तोता वो बर्ड है जो बड़े गजब तरीके से आदमी की आवाज की मिमिक्री कर लेता है. दुनिया में कोई जानवर या पक्षी ऐसा नहीं कर पाता तो तोता यानि पैरेट कैसे ऐसा कर लेता है.
हां तो ये अचंभे की बात और सोचने वाली बात भी कि तोता ऐसा कर पाने में कैसे सक्षम हुआ. ये पक्षी सदियों से मनुष्य के काफी करीब भी रहा है. उसे मनुष्य पालता रहा है. जब तोता मानव की आवाज की नकल करके उसको सुनाता है तो मनुष्य खुद इससे काफी खुश हो जाता है. ये बात उसे आनंद देती है.
कैसे इंसान की तरह बात कर लेता है
लेकिन विज्ञान इस बारे में क्या कहता है कि तोता इंसानों की तरह कैसे बात कर लेता है. दरअसल तोतों के पास सिरिंक्स नामक एक अंग होता है, जो उनके श्वासनली में स्थित होता है, जिसके जरिए वो मनुष्य जैसी आवाज निकाल सकता है. मनुष्य जो कहता है, उसकी नकल कर सकता है.
क्या होती तोते के बोलने की प्रक्रिया के दौरान
जब तोते के कंठ से हवा गुजरती है, सिरिंक्स कंपन करता है, जिससे शोर होता है. सिरिंक्स को मांसपेशियों और नरम हड्डी के छल्ले द्वारा नियंत्रित किया जाता है, ऐसा करके तोते ध्वनियों की नकल कर सकते हैं, गाने गा सकते हैं या मनुष्य जैसा कुछ बोल सकते हैं. वे श्वासनली की गहराई और आकार को बदलकर अलग-अलग ध्वनियाँ निकालते हैं. तोता प्रजाति के कुछ और पक्षी भी ऐसा कर सकते हैं.
क्या उनमें समझबूझ होती है या नकल करते हैं
साथ ही तोते की जीभ भी मोटी होती है जो उन्हें आवाज़ की नकल करने में मदद करती है. तोते विशेष रूप से मानवीय शब्दों और ध्वनियों की नकल करने में अच्छे होते हैं. उदाहरण के लिए, एक तोता कह सकता है “हैलो, आप कैसे हैं?” हालांकि, तोते में इंसानों की तरह समझबूझ बेशक नहीं होती है और ना ही वो ये जानते हैं कि वो क्या बोल रहे हैं लेकिन आपकी बोली की नकल करने या कुछ शब्दों को उसी तरह नकल करके दोहराने में वो पर्याप्त सक्षम होते हैं.
अर्थ तो नहीं समझते लेकिन अंदाज लगा लेते हैं
एक्सपर्ट्स का कहना है कि तोते शायद अधिकांश शब्दों के अर्थ नहीं समझते हैं. हालांकि, वो शब्दों के आसपास के संदर्भ से अवगत होते हैं. शब्दों के साथ जुड़ाव बना सकते हैं. उदाहरण के लिए, एक शोधकर्ता ने बताया कि एक तोता पूछ सकता है “आप कैसे हैं?”, जब वो ऐसा कहता है तो वह कोई अपने ब्रेन का इस्तेमाल नहीं कर रहा है बल्कि उसने कई बार उसने आपको कई बार कमरे में आते ये कहते हुए सुना, ये कई लोगों को आपसे ये कहते हुए सुना. तो उसने इस वाक्य को आपके कमरे में प्रवेश करने के साथ जोड़ लिया.
गजब की मिमिक्री कर लेता है
आप ये भी कह सकते हैं कि तोता मिमिक्री गजब की कर लेता है. वो कई चीज़ों की नकल करते हैं , बोले गए शब्दों से लेकर चरमराते दरवाज़ों की आवाज से लेकर कुत्तों के भौंकने तक.
बड़ा दिमाग और बुद्धिमान पक्षी
अधिकांश तोते जब मालिकों के बोलने की नकल करते हैं तो वो वास्तव में नहीं जानते कि वे क्या कह रहे हैं. हालांकि कई बार इसके अपवाद भी होते हैं. विज्ञान बताता है कि तोते का दिमाग बड़ा होता है. वो बुद्धिमान पक्षी होता है. उनके पास जटिल स्वर क्षमता के साथ ज्ञान संबंधी कौशल भी होता है. दूसरी सबसे बड़ी बात ये भी है कि वो एक सामाजिक संरचना के बीच रहते हैं. उन्हें अपने आस-पास के लोगों के साथ बातचीत करने और घुलने-मिलने की ज़रूरत महसूस होती है.
मस्तिष्क का आकार
तोते का दिमाग अन्य पक्षियों की तुलना में बड़ा होता है. औसत मानव मस्तिष्क का वजन लगभग 3 पाउंड और माप लगभग 5.5 x 6.5 x 3.6 इंच होता है. तोते के मस्तिष्क का द्रव्यमान 1.15–20.73 ग्राम होता है. तोते में 227 मिलियन-3.14 बिलियन मस्तिष्क न्यूरॉन्स होते हैं.
मस्तिष्क संरचना
तोते की संरचना मानव मस्तिष्क के समान होती है जिसे पैलियम कहा जाता है. तोते के मस्तिष्क का कॉर्टिकल जैसा क्षेत्र मानव कॉर्टेक्स के समान पैलियल क्षेत्रों से प्राप्त होता है.
बुद्धिमत्ता
एक कनाडाई अध्ययन में तोते में एक तंत्रिका सर्किट की पहचान की गई जो प्राइमेट्स और मनुष्यों में पाए जाने वाले तंत्रिका सर्किट के समान है. यह सर्किट तोते की बुद्धिमत्ता के लिए जिम्मेदार है. तोते में अन्य पक्षियों की तुलना में अधिक संचार कौशल होते हैं. उनके पास अपेक्षाकृत बड़ा टेलेंसफेलिक-मिडब्रेन भी है, जो प्राइमेट्स के प्रतिद्वंद्वी हैं.