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Snoring Remedies: जानें- क्यों आते हैं खर्राटे? इन आसान तरीकों से पाएं छुटकारा

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कई लोगों को सोते समय खर्राटे लेने की आदत होती है. कभी-कभी इन खर्राटों की आवाज इतनी तेज (Snoring Problem) होती है कि इससे अगल-बगल सोने वाले लोग भी परेशान हो जाते हैं. तेज खर्राटे कभी-कभी किसी गंभीर समस्या का भी संकेत देते हैं. आइए जानते हैं कि खर्राटे क्यों आते हैं और इन्हें आसान तरीकों से कैसे दूर किया जा सकता है.

क्यों आते हैं खर्राटे- खर्राटे लेने के दौरान एक कर्कश आवाज निकलती है. ऐसा तब होता है जब सांस लेने के दौरान हवा का बहाव गले में स्थित ऊतकों में कंपन पैदा करता है. जब आप गहरी नींद में सोते हैं तो आपके मुंह, जीभ और गले की मांसपेशियों को आराम मिलता है. इस दौरान गले के ऊतक इतने ढीले हो जाते हैं कि वो आंशिक रूप से वायुमार्ग को ब्लॉक करने लगते हैं और इसकी वजह से कंपन होने लगता है.

सोने का पोजिशन बदलें- पीठ के बल सोने पर जीभ और तालू (palate) वायुमार्ग को संकुचित करते हैं और इसकी वजह से नींद के दौरान कंपन की आवाज पैदा होती है. साइड की तरफ सोने से इसे रोकने में मदद मिलती है. शरीर के बराबर तकिए पर सोने से भी खर्राटे कम आते हैं क्योंकि ये बॉडी का बैलेंस एक तरफ बनाए रखता है. सिर ऊंचा करके सोने से भी खर्राटे कम आते हैं क्योंकि ये नाक के वायुमार्ग मार्ग को खोलता है और खर्राटों को रोकता है. हालांकि, इससे गले में दर्द की भी शिकायत हो सकती है.


 वजन घटाएं- वजन घटाने से भी कुछ लोगों को खर्राटों की समस्या में मदद मिल सकती है. हालांकि, ये सब पर लागू नहीं होता है. कुछ पतले लोग भी खर्राटे लेते हैं. अगर आप पहले खर्राटे नहीं लेते थे और वजन बढ़ने के बाद आपको ये दिक्कत होने लगी है तो वजन कम करने से आपको खर्राटों से छुटकारा मिल सकता है. गर्दन के आसपास चर्बी बढ़ने से खर्राटे ज्यादा आते हैं.

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