दिग्गज मराठी अभिनेता विजय कदम का शनिवार सुबह निधन हो गया. वो 1980 और 90 के दशक के जाने-माने अभिनेता थे. वो अपनी बहुमुखी अभिनय क्षमता के लिए जाने जाते थे, उन्होंने कॉमेडी और सीरीयस दोनों तरह की भूमिकाओं को अच्छे से निभाने के लिए आज भी याद किया जाता है.
वो डेढ़ साल से कैंसर से जूझ रहे थे और आज 67 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली. विजय कदम की मौत से पूरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है.
आज अंधेरी के श्मशान घाट पर उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा. उनके परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटा है. उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर अंधेरी के ओशिवारा श्मशान घाट पर किया जाएगा.
वो बहादुरी से कैंसर से लड़ रहे थे और शुरुआत में उन्होंने अपनी बीमारी पर काबू पा लिया, लेकिन दुर्भाग्य से उनका कैंसर फिर से उभर आया. अंधेरी के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद वे कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद चल बसे.
विजय कदम 1980 और 90 के दशक में मराठी फिल्मों, धारावाहिकों और नाटकों के बेस्ट एक्टर माने जाते थे. अपने शानदार करियर के दौरान, विजय कदम ने मंच और ऑन-स्क्रीन दोनों में महत्वपूर्ण योगदान दिया. ‘इच्छा माझी पूरी करा’ और ‘खुरची सम्राट’ जैसे लोकप्रिय शो में उनके अभिनय की काफी सराहना की गई. दर्शकों से जुड़ने की अपनी क्षमता के कारण कदम घर-घर में मशहूर हो गए.
1980 के दशक में, कदम ने रथचक्र और दुरित जैसे नाटकों में यादगार भूमिकाओं के साथ मराठी थिएटर में अपनी पहचान बनाई. उन्हें ‘चश्मे बहादुर’, ‘पुलिस लाइन’ और ‘हालाद रूसी कुंकू हसाला’ जैसी फिल्मों में उनकी हास्य भूमिकाओं के लिए भी जाना जाता था.