रामपुर-सहसवान घराने के 55 वर्षीय व्यक्ति ने शुरुआत में टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल में इलाज कराया. हालांकि, बाद के चरण में, उन्होंने विशेष रूप से कोलकाता में अपना इलाज जारी रखने का विकल्प चुना. सूत्रों के मुताबिक, खान शुरू में इलाज पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे थे. खान ने शास्त्रीय हिंदुस्तानी संगीत को हल्के संगीत शैलियों के साथ मिश्रित करने का साहस किया और पश्चिमी वाद्ययंत्र वादक लुइस बैंक्स के साथ संगीत कार्यक्रम सहित प्रयोगात्मक सहयोग में लगे रहे.
बता दें, उन्होंने फिल्म जब वी मेट का मशहूर गाना ‘आओगे जब तुम ओ सजना’ गाया था. लंबी बीमारी के चलते पिछले साल नबंर से गायक का इलाज चल रहा था, जिसके बाद आज उनका निधन हो गया. उन्होंने जुगलबंदियों में भाग लेकर, सितारवादक शाहिद परवेज़ और अन्य संगीतकारों के साथ मंच साझा करके अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया.