मुंबई पुलिस को फिल्म अभिनेता सैफ अली खान पर हमले के मामले में बड़ी कामयाबी मिली है. दरअसल, अभिनेता पर हमला करने वाले मुख्य आरोपी को मुंबई पुलिस ने ठाणे से गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में मुंबई पुलिस सुबह 9 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी. जिसमें मुंबई पुलिस कई बड़े खुलासे कर सकती है. जानकारी के मुताबिक, सैफ पर हमला करने आरोपी को पुलिस ने रविवार तड़के 2-3 बजे के बीच गिफ्तार किया. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए करीब 100 अफसरों की टीम बनाई गई थी.
सैफ अली खान पर हमला करने वाले आरोपी की पहचान विजय दास के रूप में हुई है. वह पश्चिम बंगाल का रहने वाला है. जो मुंबई में हाउस कीपिंग का काम करता है. बताया जा रहा है कि सैफ पर हमला करने का आरोपी पहले 15 दिनों तक वर्ली में रहा. मुंबई पुलिस के मुताबिक पहले वह एक बार में हाउसकींपिंग स्टाफ के रूप में काम करता था. मुंबई पुलिस आरोपी को बांद्रा कोर्ट में पेश करेगी.
बता दें कि फिल्म अभिनेता सैफ अली खान पर बांद्रा स्थित उनके अपार्टमेंट में गुरुवार तड़के 2-3 बजे के बीच चाकू से हमला किया गया था. इस हमले में सैफ अली खान बुरी तरह से जख्मी हो गए थे. घायल हालत में उनके परिवार ने उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया था. सैफ अली खान को एक ऑटो वाला लीलावती अस्पताल तक लेकर पहुंचा था. जहां डॉक्टर्स ने उनकी सर्जरी की गई. अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टरों ने कहा कि उनकी हालत स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं.
इस बीच मुंबई पुलिस ने आरोपी को लेकर एक और बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी बचने के लिए कई नामों का इस्तेमाल कर रहा था. हमलावर ने पकड़े जाने से बचने के लिए अपना झूठा नाम ‘विजय दास’ बताया. हमलावर की गिरफ्तारी से पहले, सैफ अली खान के घर की सीढ़ियों से उतरते हुए सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए उसके पोस्टर मुंबई और आसपास के इलाकों में लगाए गए थे. मुंबई पुलिस ने पुष्टि की है कि आरोपी विजय दास, बिजॉय दास और मोहम्मद इलियास सहित कई नामों का इस्तेमाल कर रहा था.
इस मामले में शनिवार देर रात एक अन्य संदिग्ध आरोपी को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि बाद में उसे छोड़ दिया गया. इस संदिग्ध को छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक ट्रेन से गिरफ्तार किया गया था. 31 वर्षीय व्यक्ति को हिरासत में लेने के बाद शीर्ष जांचकर्ताओं ने कहा कि वह व्यक्ति संदिग्ध आरोपी नहीं. इसके करीब पांच घंटे बाद उसे छोड़ दिया गया. क्योंकि पुलिस ने पूछताछ में पाया कि उस व्यक्ति का इस मामले से कोई संबंध नहीं है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उसे इसलिए उठाया गया क्योंकि वह आरोपी से मिलता-जुलता था, जो सैफ की बिल्डिंग में लगे सीसीटीवी में कैद हुआ था.