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कैंसर से जूझ रहे जूनियर महमूद, हाल देखकर रो पड़े जितेन्द्र-पूरी की आखिरी इच्छा

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जूनियर महमूद के साथ जितेंद्र और जॉनी लीवर

70 के दशक के दिग्गज 67 साल के जूनियर महमूद इन दिनों बेहद मुश्किलों में हैं. अपनी कॉमेडी और एक्टिंग से लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने वाले इस एक्टर को देख आज लोगों की आंखे नम हो रही हैं. जूनियर महमूद अस्पताल से घर वापस आ गए हैं, लेकिन रोज जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं. हाल ही में कई बॉलीवुड एक्टर्स उनसे मिलने के लिए पहुंचे, जहां उन्होंने उनका हाल-चाल पूछा. एक वीडियो हाल में वायरल हो रहा है, जहां वह अपनी इच्छा जाहिर करते हुए दिखाई दे रहे हैं.

जूनियर महमूद पिछले कुछ समय से लंग्स और लीवर के कैंसर से जूझ रहे हैं. खबर है कि इसके साथ ही एक्टर को आंत में ट्यूमर भी है. डॉक्टर्स के मुताबिक, उनका कैंसर चौथी स्टेज पर है और इसी कारण उनका वजन भी लगातार कम हो रहा है. फिलहाल उनकी हालत देख बॉलीवुड में उनके दोस्त खासे परेशान हैं. हाल ही में वह अस्पताल से घर पहुंचे तो उन्होंने अपनी इच्छा जाहिर की. उन्होंने क्या कहा चलिए आपको बताते हैं…

क्या है जूनियर महमूद की आखिरी इच्छा
एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दिग्गज स्टार जूनियर महमूद कार में बैठे दिखाई दे रहे हैं. वह बेहद कमजोर दिखाई दे रहे हैं. एक न्यूज चैनल से बात करते हुए एक्टर ने अपनी इच्छी जाहिर की. उनसे जब पूछा गया कि आपने कई फिल्मों में काम किया है. आप ऊपर वाले से क्या ख्वाहिश रखते हैं? इसके जवाब में जूनियर महमूद ने कहा- ‘मैं सीधा-साधा जूनियर आदमी हूं. आपने ये जान ही लिया होगा… बस, मैं मरूं तो दुनिया बोले कि बंदा अच्छा था. चार आदमी ये बोल दे तो समझ लीजिए जीत चुके आप बस’.

आपको बता दें कि बीमार जूनियर महमूद ने अपने दोस्त सलाम काजी को बताया था कि वो जितेंद्र और सचिन पिलगांवकर से मिलना चाहते हैं. जिसके बाद दोनों एक्टर उनसे मिलने पहुंचे थे. उनकी हालत देख दूसरी जितेंद्र की आंखे नम भी हो गई थीं. वहीं, जूनियर महमूद की बीमारी की खबर सुनकर जॉनी लीवर और मास्टर राजू भी उनसे मिलकर उनकी तबीयत का हाल-चाल लेने पहुंचे.

आपको बता दें कि 67 साल के जूनियर महमूद ने अलग-अलग भाषाओं में 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है. उन्हें 1968 में आई ‘ब्रह्मचारी’, 1970 में आई ‘मेरा नाम जोकर’, 1977 में ‘परवरिश’ और 1980 में आई ‘दो और दो पांच’ जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है.

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