सिंगर और म्यूजिक कंपोजर शारदा राजन का 86 साल की उम्र में कैंसर की वजह से निधन हो गया है. वह साल 1966 में आई फिल्म सूरज के गाने तितली उड़ी के लिए पॉपुलर थीं. उन्होंने एक्ट्रेस राजश्री के लिए उनकी कई फिल्मों में गाना गाया था.
उनका पूरा नाम शारदा राजन आयंगर था. उनका जन्म एक तमिल परिवार में हुआ था. फिल्म इंडस्ट्री में उनकी एंट्री राज कपूर की वजह से हुई थी. राज कपूर ने ही उनकी मुलाकात म्यूजिक डायरेक्टरर्स शंकर-जयकिशन से करवाई थी. उन्होंने उन्हें पहला ब्रेक सूरज से दिया था. उनकी डेब्यू फिल्म के लिए उन्हें मोहम्मद रफी के साथ फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था. उस समय की ज्यादातर फिल्मों में लता मंगेशकर और आशा भोसले गाना गाती थीं, लेकिन शारदा जी की बच्ची जैसी आवाज उस समय एक बदलाव लेकर आया था. लोगों को उनकी आवाज फ्रेश लगती थी.
इन फिल्मों में गाया गाना
उन्होंने एन इवनिंग इन पेरिस, अराउंड द वर्ल्ड, गुमनाम, सपनों का सौदागर, कल आज और कल जैसी फिल्मों के लिए भी गाना गाया था. उस समय वह वैजयंतीमाला, मुमताज़, रेखा, शर्मिला टैगोर, हेमा मालिनी जैसी एक्ट्रेसेज के लिए आवाज़ देती थीं.
अलग-अलग भाषाओं में भी गाया
शारदा जी ने कई भारतीय भाषाओं में गाना गाया था और उन्होंने अपने समय के लगभग सारे म्यूजिक डायरेक्टर्स के साथ काम किया था. 70 के दशक में उन्होंने अपना पॉप एल्बम लॉन्च किया और म्यूजिक डायरेक्शन की ओर बढ़ गई थीं. उनकी लास्ट फिल्म 80 के दशक में आई कांच की दीवार थी. हालांकि उन्होंने साल 2007 में एल्बम मिर्जा गालिब गजल, अंदाज-ए-बयां से अपना कमबैक भी किया था.
उसके बाद से ही शारदा लाइमलाइट से दूर थीं. हालांकि ट्विटर पर वह एक्टिव थीं और अपने पुराने दिनों की यादें वहां ताजा करती थीं.