लखनऊ के अमीनाबाद इंटर कॉलेज में ‘A’ से ‘एप्पल’ नहीं, बल्कि ‘A’ से ‘अर्जुन’ पढ़ाया जा रहा है। यहां के प्रिंसिपल का कहना है कि इस पद्धति का उद्देश्य बच्चों को पौराणिक और एतिहासिक ज्ञान देना है.
लखनऊ के अमीनाबाद में 125 साल पुराना अमीनाबाद इंटर कॉलेज है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक यहां बच्चों को ‘A’ से ‘एप्पल’ के स्थान पर ‘A’ से ‘अर्जुन’, ‘B’ से ‘बॉल’ नहीं, ‘B’ से ‘बलराम’ और ‘C’ से ‘कैट’ नहीं, बल्कि ‘C’ से ‘चाणक्य’ पढ़ाया जा रहा है। इतना ही नहीं अंग्रेजी वर्णमाला के सभी अक्षरों को एतिहासिक और पौराणिक महापुरुषों के नाम से बताया जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक यह कॉलेज करीब 125 साल पुराना है। कॉलेज के गेट पर लगे बोर्ड में इसकी स्थापना का वर्ष 1887 में हुई थी। इस कॉलेज का संचालन लखनऊ नगर निगम करता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस स्कूल में कई बड़े नेता भी दौरे के लिए पहुंच चुके हैं।
अमीनाबाद इंटर कॉलेज, लखनऊ के प्रिंसिपल साहेब लाल मिश्रा ने बताया कि छात्रों को अंग्रेजी वर्णमाला से ऐतिहासिक और पौराणिक ज्ञान दिया जाएगा। कई बार देखा गया है कि छात्रों को भारतीय संस्कृति के बारे में कम जानकारी है, इसलिए हमने उनके ज्ञान को बढ़ाने के लिए ऐसा किया है.
उन्होंने समाचार एजेंसी को बताया कि इससे छात्र भारतीय संस्कृति से परिचित हो सकेंगे. इस प्रकार की अंग्रेजी वर्णमाला की पीडीएफ फाइलें भी सोशल मीडिया पर उपलब्ध हैं. इसमें शब्दों से संबंधित चित्र भी हैं. उन्होंने कहा कि इसमें ए से सिर्फ अर्जुन ही नहीं लिखा, बल्कि एक लाइन में अर्जुन के बारे में भी लिखा गया है. इसी तरह से अंग्रेजी के 26 अक्षरों के बारे में जानकारी दी गई है.