केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने शुक्रवार को देश के अलग-अलग राज्यों के 20 स्कूलों पर सख्त कार्रवाई की. सीबीएसई ने इस कार्रवाई के तहत स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी. ये स्कूल उत्तर प्रदेश, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, छत्तीसगढ़, असम, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के अलावा केरल और उत्तराखंड में स्थिर हैं. CBSE सचिव हिमांशु गुप्ता ने बताया कि इन 20 स्कूलों को नियम के विरुद्ध आचरण करने के साथ-साथ कदाचार करने के मामले में लिप्त पाया गया. जिसके चलते इनकी मान्यता रद्द की गई है.
सीबीएसई ने जिन राज्यों में स्कूलों की मान्यता रद्द की है, उनमें राजधानी दिल्ली के 5 और उत्तर प्रदेश के तीन स्कूल शामिल हैं. वहीं केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के दो-दो स्कूलों की मान्यता रद्द की गई है. जबकि,जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और असम के एक-एक स्कूल की सीबीएसई ने मान्यता रद्द कर दी है.
सीबीएसई ने दिल्ली, पंजाब और असम के तीन स्कूलों की मान्यता को डाउनग्रेड किया है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का कहना है कि जिन स्कूलों की मान्यता रद्द की गई है, इनमें डमी छात्रों और अयोग्य उम्मीदवारों को दाखिला देने के प्रमाण मिले हैं. बोर्ड के सचिव हिमांशु गुप्ता ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि सीबीएसई ने इन स्कूलों में औचक निरीक्षण किया था. इस दौरान बोर्ड ने ये जानने की कोशिश की कि स्कूल संबद्धता और परीक्षा उपनियमों में निहित प्रावधानों और मानदंडों के अनुसार चल रहे हैं या नहीं.
सीबीएसई ने राजधानी दिल्ली के जिन पांच स्कूलों की मान्यता रद्द की है उनमें सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल, दिल्ली-81, नेशनल पब्लिक स्कूल, दिल्ली-40, चंद राम पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल, दिल्ली-39, मैरीगोल्ड पब्लिक स्कूल, दिल्ली-39, भारत माता सरस्वती बाल मंदिर, दिल्ली-40 का नाम शामिल है. जबकि उत्तर प्रदेश के जिन स्कूलों की मान्यता रद्द की गई है उनमें लॉयल पब्लिक स्कूल, बुलंदशहर, ट्रिनिटी वर्ल्ड स्कूल, गौतम बुद्ध नगर, क्रेसेंट कॉन्वेंट स्कूल, गाजीपुर का नाम शामिल है. वहीं राजस्थान के प्रिंस यूसीएच माध्यमिक विद्यालय, सीकर, ग्लोबल इंडियन इंटरनेशनल स्कूल, जोधपुर की मान्यता रद्द कर दी गई है.