1 अप्रैल 2025 से होने जा रहे है कई बड़े बदलाव, आपकी जेब पर पड़ेगा सीधा असर

अगले वित्त वर्ष यानी 1 अप्रैल 2025 से कई बड़े बदलाव होने जा रहे हैं, जिसका आपकी जेब पर सीधा असर पड़ेगा. यानी घर की रसोई से लेकर बैंक एकाउंट और क्रेडिट कार्डधारकों तक सभी पर इसका असर पड़ने जा रहा है. एक अप्रैल से एटीएम की निर्धारित निकासी से ज्यादा पर आपको 2 से लेकर 23 रुपये तक ज्यादा चार्ज देना पड़ सकता है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से बैंकों को इस बारे में मंजूरी दे दी गई है.

बैंक कस्टर्म्स को इस वक्त सभी वित्तीय और गैर वित्तीय लेनदेन के लिए बैंक के अपने एटीएम से पांच बार मुफ्त करना फ्री है. जबकि दूसरे बैंक के एटीएम से ये लेनदेन फ्री है. आरबीआई ने अपने सर्कुलर में बताया है कि इसके ऊपर लेनदेन करने पर 2 रुपये से लेकर 23 रुपये तक का बैंक की तरफ से चार्ज किया जा सकता है. बैंक एकाउंट्स और क्रेडिट के बारे में जानते हैं कि क्या कुछ बदलाव होने जा रहा है:

क्रेडिट कार्ड पर बदलाव

क्रेडिट कार्डधारकों के लिए अगले वित्त वर्ष में कई ऐसे बदलाव होने जा रहे हैं, जो इससे इस्तेमाल करने वालों पर असर डाल सकते हैं. एक तरफ से एबीआई से सिम्पली क्लिक क्रेडिट कार्ड ने स्विगी रिवॉर्ड के प्वाइंट्स को 10 गुणा से घटाकर 5 गुणा करने का एलान किया तो वहीं एयर इंडिया सिग्नेटर पॉइंट्स को 30 से कम कर 10 करने की घोषणा की है.

एलपीजी पर असर

तेल और गैंस वितरण कंपनियां हर महीने की पहले तारीख को रसोई गैस की कीमतों को रिवाइज करती है. ऐसे में अगले महीने की एक तारीख में इसमें आपको कुछ बदलाव देखने को मिल सकता है. हालांकि, लंबे समय से रसोई गैस की कीमतों में किसी तरह का इजाफा नहीं हुई है. लेकिन ऐसे उम्मीद की जा रही है कि नए वित्त वर्ष में रसोई गैस में कुछ राहत मिल सकती है. जबकि, बात अगर अगर गाड़ियों में इस्तेमाल होने वाली सीएनजी की कीमतों की करें तो कुछ बदलाव हो सकते हैं.

बैंक खातों से जुड़े बदलाव

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और पीएनबी समेत कई अन्य बैक ने मिनिमम बैंक बैलेंस में बदलाव कर रहे हैं. अब सेक्टर वाइज के आधार पर ही मिनिमम बैंलेंस की नई सीमा तय होगी और उन पर चार्च किया जाएगा. ऐसे में इसका सीधा बैंक खाता धारकों की जेब पर असर होगा.

गौरतलब है कि अलग-अलग बैंकों की इस वक्त मिनिमम बैंलेंस की सीमा अलग अलग है. अगर उस मिनिमम बैलेंस के नियमों का पालन नहीं किया जाता है, तो बैंक खाताधारकों पर फाइन लगाया जाता है. इसमें आगे कुछ बदलाव हो सकता है.

बंद होंगे कई यूपीआई एकाउंट्स

आजकल पेमेंट के लिए यूपीआई काफी चलन में है. लेकिन ऐसे मोबाइल नंबर जो यूपीआई एकाउंट्स से तो जुड़े हैं लेकिन वे एक्टिव नहीं है तो उसे 1 अप्रैल से बंद कर दिया जाएगा. इसके साथ ही, उसे बैंक के रिकॉर्ड से भी हटा दिया जाएगा. मतलब ये कि आपका कोई मोबाइल नंबर यूपीआई से तो जुड़ा है, लेकिन उसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है तो फिर उसे बंद कर दिया जाएगा.

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