मंगलवार शाम 6 बजे के बाद मीडिया और सोशल मीडिया में बहुत तेज हल्ला हुआ, ‘न्यूज चैनल एनडीटीवी बिक-गया, बिक-गया, अडानी ग्रुप के चेयरमैन और एशिया के सबसे रईस बिजनेसमैन गौतम अडानी ने एनडीटीवी को अधिग्रहण कर लिया है’.
इसके साथ मीडिया जगत में भी गौतम अडानी के एनडीटीवी खरीदने को लेकर होने जा रही डील पर भी तमाम प्रकार की बातें शुरू हो गई। सोशल मीडिया पर हजारों यूजर्स ने एनडीटीवी को लेकर अपनी अपनी प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया. यह पूरा घटनाक्रम एनडीटीवी मीडिया समूह 3 घंटे तक देखता रहा.
उसके बाद मंगलवार रात अडानी के संभावित सौदे को लेकर न्यूज चैनल एनडीटीवी ने खुद खबर लिखी. इस खबर के मुताबिक अडानी समूह की ओर से इस डील के लिए एनडीटीवी और उसके फाउंडर-प्रमोटर्स से कोई न चर्चा की गई और न ही कोई बात हुई है.
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक वीसीपीएल ने 2009-10 के एक ऋण समझौते के आधार पर नोटिस दिया है. ये सब एनडीटीवी के संस्थापकों और कंपनी की सहमति के बिना किया गया है. बता दें कि मंगलवार शाम को न्यूज चैनलों में खबर चली कि एशिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन गौतम अडानी एनडीटीवी में 29.18% की हिस्सेदारी खरीदने जा रहे हैं. अडानी ग्रुप ने इसका एलान किया. गौतम अडानी की कंपनी के सीईओ के संजय पुगलिया ने कहा, ‘यह अधिग्रहण मील का पत्थर है.
एनडीटीवी हमारे विजन को पूरा करने के लिए सबसे अच्छा ब्रॉडकास्ट और डिजिटल प्लेटफॉर्म है. बता दें कि देश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठनों में से एक अडानी समूह है. इस समूह के एक प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड है.
एमएनएल यानी एमएमजी मीडिया नेटवर्क्स लिमिटेड अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की सहायक कंपनी है. इस कंपनी में अडानी समूह की सौ फीसदी हिस्सेदारी है. अडानी समूह की सहायक कंपनी एमएनएल की भी एक सहायक कंपनी है विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (वीसीपीएल). इसी ने ही एनडीटीवी में परोक्ष रूप से हिस्सेदारी खरीदने का एलान किया है. फिलहाल गौतम अडानी की ओर से एनडीटीवी की हिस्सेदारी को खरीदने के लिए की गई डील पर सस्पेंस बना हुआ है.
शंभू नाथ गौतम