अभी हाल में रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की है. जिस के बाद अब देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई (SBI) ने भी अपने ग्राहकों पर लोन का बोझ बढ़ा दिया है. बैंक ने बाहरी बेंचमार्क और रेपो रेट से जुड़े कर्जों की ब्याज दरों में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है.
बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, होम और ऑटो लोन सहित बाहरी बेंचमार्क (EBLR) और रेपो रेट (RLLR) से जुड़े सभी तरह के कर्ज की ब्याज दरें 15 अगस्त से बढ़ गई हैं. इसका सीधा असर ग्राहकों की ईएमआई पर होगा.
इससे पहले महीने की शुरुआत में रिजर्व बैंक ने भी महंगाई पर काबू पाने के लिए रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की थी. एसबीआई ने 15 अगस्त से ही अपने एमसीएलआर में भी 0.20 फीसदी की वृद्धि की है.
एमसीएलआर में बढ़ोतरी के बाद एक साल की ब्याज दर 7.70 फीसदी हो गई है, जो पहले 7.50 फीसदी थी. इसी तरह, दो साल का एमसीएलआर 7.9 फीसदी और तीन साल का 8 फीसदी हो गया है. अभी बैंक के ज्यादातर लोन एक साल की एमसीएलआर दर से जुड़े हुए हैं.
आरबीआई के निर्देशों के बाद एसबीआई सहित ज्यादातर बैंकों ने अक्तूबर, 2019 से अपने कर्ज की ब्याज दरों को बाहरी बेंचमार्क या रेपो की ब्याज दरों से जोड़ रहे हैं. यही कारण है कि आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति के फैसलों का सीधा असर कर्ज की ब्याज दरों पर पड़ता है. रेपो रेट में पिछले दिनों हुई 50 आधार अंकों की बढ़ोतरी को सीधे होम लोन और ऑटो लोन में भी जोड़ा जा रहा है.
एसबीआई के 50 आधार अंक की बढ़ोतरी करने के बाद बाहरी बेंचमार्क से जुड़े कर्ज की ब्याज दर यानी EBLR बढ़कर 8.05 फीसदी पहुंच गई है, जबकि रेपो रेट RLLR से जुड़े कर्ज की ब्याज दर 7.65 फीसदी हो गई है. बैंक इसके ऊपर से क्रेडिट रिस्क प्रीमियम भी लेता है. यानी अगर आप होम या ऑटो लोन ले रहे हैं तो इस ब्याज दर में क्रेडिट रिस्क प्रीमियम (CRP) भी जुड़ेगा.
रिजर्व बैंक के रेपो रेट में बढ़ोतरी करने के बाद अब देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई (SBI) ने भी अपने ग्राहकों पर लोन का बोझ बढ़ा दिया है. बैंक ने बाहरी बेंचमार्क और रेपो रेट से जुड़े कर्जों की ब्याज दरों में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है.
बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, होम और ऑटो लोन सहित बाहरी बेंचमार्क (EBLR) और रेपो रेट (RLLR) से जुड़े सभी तरह के कर्ज की ब्याज दरें 15 अगस्त से बढ़ गई हैं. इसका सीधा असर ग्राहकों की ईएमआई पर होगा.
इससे पहले महीने की शुरुआत में रिजर्व बैंक ने भी महंगाई पर काबू पाने के लिए रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की थी. एसबीआई ने 15 अगस्त से ही अपने एमसीएलआर में भी 0.20 फीसदी की वृद्धि की है.
एसबीआई सहित तमाम बैंक ग्राहकों के सिबिल स्कोर के मुताबिक कर्ज की ब्याज दरों में सीआरपी भी जोड़ते हैं. अगर किसी का सिबिल स्कोर 800 से ऊपर है तो उसमें कोई सीआरपी नहीं जुड़ेगा, लेकिन इससे कम सिबिल स्कोर होने पर 10 आधार अंक से लेकर 60 आधार अंक तक सीआरपी जोड़ा जा सकता है. ऐसे में आपका प्रभावी ब्याज दर 8.65 फीसदी तक जा सकता है.
अगर आपका 30 लाख रुपये का होम लोन 7.8 फीसदी ब्याज पर 20 साल के लिए चल रहा है तो मौजूदा ईएमआई 24,721 रुपये होगी. इस तरह आप पूरी अवधि में 29,33,060 रुपये ब्याज के रूप में चुकाएंगे. अब बैंक ने ब्याज दर 50 आधार अंक बढ़ा दी है तो प्रभावी ब्याज दर 8.30 फीसदी हो जाएगी.
अब आपकी ईएमआई 25,656 रुपये आएगी. यानी हर महीने आपका खर्च 935 रुपये और सालभर में 11,220 रुपये बढ़ जाएगा. इस ब्याज दर से देखें तो पूरे टेन्योर में नए होम लोन पर 31,57,490 रुपये ब्याज के रूप में चुकाने होंगे.