भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद बैंकों ने भी ब्याज दरों में इजाफा शुरू कर दिया है. लोन पर ब्याज दर बढ़ने के अलावा बैंक जमा पर भी ब्याज दरों में इजाफा होने लगा है. वहीं, सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सेविंग्स अकाउंट और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर ब्याज दरों में इजाफा किया है.
एसबीआई ने शनिवार (15 अक्टूबर) को इसका ऐलान किया. बैंक ने ब्याज दरों में एफडी पर 20 बेसिस प्वाइंट्स तक और सेविंग्स अकाउंट पर 25 बेसिस प्वाइंट्स तक बढ़ोतरी की है. 10 करोड़ रुपये से कम की सेविंग्स अकाउंट बैलेंस पर एसबीआई ने अपनी ब्याज दर को 2.75 फीसदी प्रति वर्ष से संशोधित कर 2.70 फीसदी प्रति वर्ष कर दिया है. 10 करोड़ रुपये और उससे अधिक की सेविंग्स अकाउंट बैलेंस पर बैंक ने ब्याज दर को 2.75 फीसदी सालाना से 3.00 फीसदी सालाना कर दिया है.
अपने ग्राहकों के लिए एसबीआई वीडियो केवाईसी सेविंग्स अकाउंट, बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट अकाउंट, बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट स्मॉल अकाउंट, सेविंग्स बैंक अकाउंट, नाबालिगों के लिए सेविंग्स अकाउंट, सेविंग्स प्लस अकाउंट, इंस्टा प्लस वीडियो केवाईसी सेविंग्स अकाउंट जैसे कई प्रकार के सेविंग्स अकाउंट ऑफर करता है.
हाल ही में आरबीआई ने रेपो रेट 0.5 फीसदी बढ़ाकर 5.9 फीसदी कर दी थी. यह इसका 3 साल का उच्चस्तर है. खुदरा महंगाई को काबू में लाने और विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंकों के ब्याज दर में आक्रामक वृद्धि से उत्पन्न दबाव से निपटने के लिए आरबीआई ने यह कदम उठाया है.
इससे पहले, मई में 0.40 फीसदी वृद्धि के बाद जून और अगस्त में 0.50-0.50 फीसदी की वृद्धि की गई थी. कुल मिलाकर मई से अब तक आरबीआई रेपो रेट में 1.90 फीसदी की वृद्धि कर चुका है.
बता दें कि हाल ही में आरबीएल बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, सीएसबी बैंक लिमिटेड, कोटक महिंद्रा बैंक, केनरा बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक आदि भी अपनी-अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट दरों को बढ़ा चुके हैं. दरों में बढ़ोतरी का ये सिलसिला आरबीआई के द्वारा रेपो रेट्स में बढ़ोतरी के बाद शुरू हुआ है.