शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास द्विमासिक मौद्रिक नीति (RBI MPC) के फैसलों की घोषणा कर रहे हैं. लगातार बढ़ रही महंगाई के बीच आरबीआई के सामने अर्थव्यवस्था को और गति देने सहित कई चुनौतियां हैं.
आरबीआई की एमपीसी की बैठक में महंगाई दर के साथ आर्थिक परिदृश्य को लेकर भी चर्चा हुई. केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट (Repo Rate) को फिर से बढ़ाने का फैसला लिया है. बेंचमार्क ब्याज दर 50 बीपीएस बढ़ाकर 5.40 फीसदी कर दी गई है. स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी (SDF) 5.15 फीसदी और एमएसएफ रेट 5.65 फीसदी हो गई है.
महंगाई पर आरबीआई ने अनुमान लगाया कि चालू वित्त वर्ष 2022-23 में यह 6.7 फीसदी पर पहुंच सकती है. जुलाई से सितंबर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति (CPI) 7.1 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है.
तीसरी तिमाही में यह 6.4 फीसदी और चौथी तिमाही में 5.8 फीसदी रह सकती है. अगले वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में महंगाई दर का 5 फीसदी पर रहने का अनुमान है.