एलपीजी सिलेंडर से चोरी रोकने के लिए सरकार बड़ा कदम उठाने जा रहा है. सरकार इसके लिए हर सिलेंडर का आधार कार्ड जैसा सिस्टम तैयार कर रही है.
जिसमें एलपीजी सिलेंडर पर क्यूआर कोड लगा होगा. यानी हर एलपीजी सिलेंडर की यूनीक आईडी होगी, जिसकी ऑनलाइन ट्रैकिंग हो सकेगी. सरकार जल्द ही इसे पुराने और नए सिलेंडर पर लगाने की तैयारी में है.
क्यूआर कोड सिस्टम कैसे काम करेगा, इसका केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी एक वीडियो शेयर किया है. उनके अनुसार एलपीजी गैस सिलेंडर से गैस की चोरी को रोकने के लिए सरकार सिलेंडर को क्यूआर कोड से लैस करने जा रही है.
जो कुछ-कुछ आधार कार्ड जैसा होगा. क्यूआर कोड के जरिए गैस सिलेंडर में मौजूद गैस की ट्रैकिंग करना बहुत आसान हो जाएगा. साथ ही चोरी करने वाले को भी ट्रैक करना भी बहुत आसान हो जाएगा.
ऐसे पता चलेगी चोरी
क्यूआर कोड लगे गैस सिलेंडर के बारे में अगर शिकायत आई. तो स्कैन कर एलपीजी सिलेंडर की पूरी कुंडली निकाल ली जाएगी. अभी सिलेंडर में कम गैस को साबित करना मुश्किल होता है. क्योंकि यह नहीं पता चल पाता है कि सिलेंडर से गैस कहां निकली. इसके लिए किसी डिलिवरी मैन के पास वह सिलेंडर था. क्यू आर कोड इन सब खामियों को दूर करेगा.
सरकार ने इस प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है और 3 महीने के अंदर टारगेट हासिल करने का रखा गया है. इसके लिए नए गैस सिलेंडर में क्यूआर कोड वेल्ड किया जाएगा. वहीं मौजूदा गैस सिलेंडर में क्यूआर कोड को पेस्ट कर दिया जाएगा.