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मोदी सरकार ने बजट 2023 के लिए दिया ‘सप्तर्षि’ सूत्र, जानें- क्या हैं ‘पीएम प्रणाम ‘ से लेकर ‘मिष्टी ‘ के मायने

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बजट भाषण में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार (एक फरवरी, 2023) को कुछ खास शब्दों का इस्तेमाल किया. उन्होंने इस दौरान पीएम प्रणाम, मिष्टी और सप्तर्षि का जिक्र किया. आइए, जानते हैं कि इन शब्दों क्या मायने हैं:

पीएम-प्रणाम-:
पीएम-प्रणाम का मतलब प्रधानमंत्री-वैकल्पिक पोषक तत्वों को बढ़ावा देने की कृषि प्रबंधन योजना से है. यह वैकल्पिक उर्वरकों को बढ़ावा देने के मकसद से सूबों को प्रोत्साहित करने के लिए स्कीम है. सीतारमण ने कहा कि इसे पेश किया जाएगा और इस कदम से राज्यों को उर्वरकों का इस्तेमाल कम करने में प्रोत्साहित करने में मदद मिलेगी.

मिष्टी-:
वित्त मंत्री ने बजट स्पीच में मिष्टी योजना का भी जिक्र छेड़ा. यह स्कीम तटवर्ती क्षेत्रों में मैंग्रोव के वनों के संरक्षण से संबंधित है.

सप्तर्षि-:
उन्होंने आगे बजट के सात आधार भी बताए. कहा कि इस बजट के सात लक्ष्य हैं, जिन्हें सप्तर्षि नाम दिया गया है. ये इस प्रकार हैंः 1- समावेशी विकास, 2- वंचितों को वरीयता, 3- बुनियादी ढांचे और निवेश, 4- क्षमता विस्तार 5- हरित विकास, 6- युवा शक्ति और 7- वित्तीय क्षेत्र.

लगातार 5 बजट पेश करने वालीं हैं पांचवीं मंत्री
रोचक बात है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आजाद भारत में लगातार पांच बजट पेश करने वालीं पांचवीं मंत्री हैं. उनके अलावा लगातार पांच बजट और बजट भाषण देने वाले नेताओं में अरुण जेटली, पी. चिदंबरम यशवंत सिन्हा, मनमोहन सिंह और मोरारजी देसाई हैं.


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