केंद्रीय मंत्री अश्विणी वैष्णव ने शनिवार को नई वंदे भारत की तस्वीरें शेयर कीं. इसमें वंदे भारत का रंग बदला हुआ दिखा रहा है. अभी तक वंदे भारत नीले और सफेद रंग के मिश्रण के साथ आती थी लेकिन अब नई वंदे भारत को नारंगी और स्लेटी (ग्रे) रंग में बनाया जा रहा है.
इस वंदे भारत का निर्माण उसकी जन्मस्थली इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) चेन्नई में ही हो रहा है. ICF के वरिष्ठ PRO वेंकेटेश GV ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि इस रंग को ट्रायल के तौर पर पेश किया गया है और एक रेल बोर्ड की अनुमति के बाद ही इसे फाइनल किया जाएगा.
नई वंदे भारत अगले साल तक पटरियों पर आने की उम्मीद है. हालांकि, इसमें केवल रंग ही नहीं बदला जा रहा है. इसके अलावा भी नई वंदे भारत में कई बदलाव किये जा रहे हैं. सामने आई जानकारी के अनुसार, नई वंदे भारत में 10 बड़े बदलाव किये जा रहे हैं. इसमें बेहतर सीट से लेकर दिव्यांगों के लिए उन्नत सुविधाएं शामिल हैं. आइए जानते हैं ये 10 अपग्रेड कौन से हैं.
क्या-क्या बदला
नई वंदे भारत में सीट का डिक्लाइनिंग एंगल बढ़ा दिया गया है. यानी इसे और पीछे की ओर झुकाया जा सकेगा जिससे कि लोगों को अगर नींद आए भी तो वे चेयरकार में भी आसानी से सो सकें. सीटों को और गद्देदार बनाया गया है, ताकि लंबे सफर में ज्यादा परेशानी न हो.
मोबाइल चार्जिंग पॉइंट तक पहुंच को और आसान कर दिया गया है. एग्जीक्यूटिव चेयरकार में फुट रेस्ट एरिया को और बढ़ा दिया गया है. साफ-सफाई को ध्यान में रखते हुए वॉश बेसिन की गहराई बढ़ा दी गई है ताकि पानी के छींटे बाहर न आएं. इसके अलावा टॉयलेट्स में रोशनी बढ़ाने के लिए और बेहतर लाइट्स लगा दी गई हैं.
और क्या बदला
बदलाव के साथ ही नई वंदे भारत में एक नई सुविधा जोड़ी गई है. दिव्यांगों की व्हीलचेयर के लिए कोच के अंदर फिक्सिंग पॉइंट्स दिए जाएंगे. रीडिंग लैंप टच को को रेजिस्टिव टच से कैपिसिटिव टच में बदल दिया गया है. गौरतलब है कि कैपिसिटिव टच स्क्रीन को इस्तेमाल करना तुल्नात्मक रूप से काफी आसान होता है. खिड़कियों के पर्दों को बेहतर कर दिया गया है. साथ ही एंटी क्लाइम्बिंग डिवाइस भी लगाई गई है जिससे ट्रेन को अधिक सुरक्षित बनाया जा सके.