अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अपनी वर्ल्ड इकोनॉमिक्स आउटलुक की रिपोर्ट को जारी कर दिया है। इस रिपोर्ट में भारत की विकास दर 6.1 फीसदी रहने की संभावना जाहिर की गई है.
इसमे कहा गया है कि अगले वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था में कुछ सुस्ती देखने को मिल सकती है. आईएमएफ की ओर से कहा गया है कि भारत की विकास दर 6.1 फीसदी रहने की संभावना है जबकि मौजूदा वित्त वर्ष जोकि मार्च माह में खत्म हो रहा है, उसमे विकास दर 6.8 फीसदी रह सकती है.
वर्ल्ड इकोनॉमिक्स आउटलुक की ताजा रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक विकास दर वित्त वर्ष 2022 3.4 फीसदी रहने की संभावना है. जबकि 2023 में यह 2.9 फीसदी और 2024 में 3.1 फीसदी रहने की संभावना है. वर्ष 2024 में सबसे तेजी से विकास करने वाले देश में भारत का स्थान पहला है.
आईएमएफ के अनुसार 2024 में भारत की विकास दरर 6.8 फीसदी रहने की संभावना जाहिर की गई है, जबकि 2023 में यह 6.1 फीसदी रह सकती है. अहम बात है कि भारत की विकास रफ्तार के आस-पास भी कोई देश नजर नहीं आ रहा है.
इसमे कहा गया है कि अगले वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था में कुछ सुस्ती देखने को मिल सकती है. आईएमएफ की ओर से कहा गया है कि भारत की विकास दर 6.1 फीसदी रहने की संभावना है जबकि मौजूदा वित्त वर्ष जोकि मार्च माह में खत्म हो रहा है, उसमे विकास दर 6.8 फीसदी रह सकती है.
वर्ल्ड इकोनॉमिक्स आउटलुक की ताजा रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक विकास दर वित्त वर्ष 2022 3.4 फीसदी रहने की संभावना है. जबकि 2023 में यह 2.9 फीसदी और 2024 में 3.1 फीसदी रहने की संभावना है. वर्ष 2024 में सबसे तेजी से विकास करने वाले देश में भारत का स्थान पहला है.
आईएमएफ के अनुसार 2024 में भारत की विकास दरर 6.8 फीसदी रहने की संभावना जाहिर की गई है, जबकि 2023 में यह 6.1 फीसदी रह सकती है. अहम बात है कि भारत की विकास रफ्तार के आस-पास भी कोई देश नजर नहीं आ रहा है.
आईएमएफ की रिपोर्ट के अनुसार विकसित देशों की तुलना में विकासशील देशों की आर्थिक विकास की रफ्तार कहीं अधिक रहने की संभावना जाहिर की गई है. आर्थिक रूप से विकसित देशों की विकास दर 2022 में 2.7 फीसदी रहने की संभवना है, जोकि 2023 में 1.2 फीसदी और 2024 में 1.4 फीसदी रह सकती है.
वहीं विकासशील देशों की विकास दर की बात करें तो वर्ष 2022 में यह 3.9 फीसदी, 2023 में 4 फीसदी और 2024 में 4.2 फीसदी रहने की संभावना जारिर की गई है.