वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन बजट 2023-24 पेश कर दिया है. यह बजट मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट है. वित्त मंत्री ने इस बजट में कई बड़े ऐलान किए हैं. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 1 साल की अवधि बढ़ाई गई है. अब गरीब परिवार 1 साल तक फ्री अनाज का लाभ उठा सकेंगे. वहीं किसानों के लिए भी खास ऐलान किए गए हैं. इसके अलावा, आम लोगों के आमदनी को लेकर भी बातें कही गई हैं.
आइए जानते हैं बजट की शुरुआती 10 बड़ी बातें….
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा कि दुनिया ने माना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था एक चमकता हुआ सितारा है. उम्मीद जताई जा रही है कि अर्थव्यवस्था 7 फीसदी की दर से ग्रोथ हासिल करेगी जो विश्व की अर्थव्यवस्था में सबसे ज्यादा है.
- कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर का ऐलान किया गया है. किसानों के लिए कोष बनया जाएगा. उत्पादकता को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किये जाएंगे.
3.पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को 1 साल के लिए और बढ़ा दी गई है. अब गरीबों को इस योजना के तहत एक साल के लिए फ्री में अनाज मिलेगा. - वित्त मंत्री ने कहा कि बीते सालों में भारत के लोगों की प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है. प्रति व्यक्ति आय 1.97 लाख रुपये सालाना हो गई है. भारतीय अर्थव्यवस्ता पहले के मुकाबले ज्यादा संगठित हो गई है.
- सरकार का ध्यान रोजगार को बढ़ाने पर है. वित्त मंत्री ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में जीडीपी दर 7 फीसदी के आसपास रहने का अनुमान है. सरकार का खास जोर है कि रोजगार के अवसर बढ़ाए जा सकें.
- सरकार ने 220 करोड़ कोविड वैक्सीन की डोज लगवाईं हैं और 44.6 करोड़ लोगों को पीएम सुरक्षा और पीएम जीवन ज्योति योजना से मिला है. पीएम किसान सम्मान निधि के जरिए करोड़ों किसानों को फायदा मिल रहा है.
- वित्त मंत्री ने कहा कि इस बार के बजट में 7 प्राथमिकताएं होंगी. एग्रीकल्चर एक्सीलेटर फंड से एग्री स्टार्टअप बढ़ेंगे.
- वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार जन भागीदारी के तहत सबका साथ, सबका विकास के जरिए आगे बढ़ी है. 28 महीनों में 80 करोड़ लोगों को फ्री अनाज दिया गया है .
- निर्मला सीतारामन ने कहा कि देश की आजादी के अमृतकाल का ये पहला बजट है. वित्त मंत्री ने कहा कि ये बजट खासकर युवाओं और सभी वर्ग के लोगों को आर्थिक मजबूती देगा.
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा कि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिलेट्स का गठन होगा. देश को दुनिया भर में मजबूत करने पर फोकस होगा. ग्रामीण महिलाओं के लिए 81 लाख सेल्फ हेल्प ग्रुप को मदद मिली है और आगे बढ़ाया जाएगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा कि ये अमृतकाल का पहल बजट है. इस बजट में कृषि सेक्टर में स्टार्टअप बढ़ाने की बात कही गई है. साथ ही रोजगार के अवसर पैदा करने की बात कही है. वित्त मंत्री ने बजट पेश करने के दौरान कहा कि दुनिया ने माना है कि भारत की इकोनॉमी आने वाले सालों में तेजी से बढ़ेगी. वहीं जीडीपी दर का अनुमान 7 फीसदी रहने का है.