पीएफ खाताधारकों के लिए बड़ी खबर है. करीब तीन साल बाद उन्हें बढ़ी हुई ब्याज दरों का तोहफा मिलने वाला है. सूत्रों के अनुसार केंद्रीय न्यास बोर्ड (CBT) ने 2022-23 के लिए 8.15 फीसदी ब्याज दर को मंजूरी दे दी है. इसके पहले 2021-22 के लिए ईपीएफ खाताधारकों को 8.10 फीसदी ब्याज मिल रहा था.
सीबीटी की इस मंजूरी के बाद वित्त मंत्रालय नई दरों को जल्द ही नोटिफाई कर सकता है. बढ़ी हुई ब्याज दरों का करीब 5 करोड़ खाताधारकों को फायदा मिलेगा.
ईपीएफ पर ब्याज दरों का ट्रेंड देखा जाय तो यह साल 2018-19 से लगातार घट रही थीं. उस वक्त ब्याज दरें 8.65 फीसदी के स्तर पर थीं. जो 2021-22 तक आकर 8.1 फीसदी पर आ गई. केंद्रीय न्यास बोर्ड (CBT) ने 2022-23 के लिए 8.15 फीसदी ब्याज दर को मंजूरी दे दी है.सोमवार (27 मार्च) को शुरू हुई मीटिंग के बाद केंद्रीय न्यास बोर्ड (CBT) ने 2022-23 के लिए 8.15 फीसदी ब्याज दर को मंजूरी दे दी है.
यह स्कीम प्राइवेट नौकरी करने वाले कर्मचारियों के लिए है. जिस कंपनी में 20 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं, उन पर यह नियम लागू होता है. इसके तहत कर्मचारी की बेसिक सैलरी और डीए का 12 फीसदी हिस्सा पीएफ फंड में जमा किया जाता है और इतना ही हिस्सा नियोक्ता की ओर से भी जमा किया जाता है. हालांकि नियोक्ता के हिस्से में से 8.33 फीसदी राशि कर्मचारी पेंशन योजना में जमा की जाती है. जबकि शेष 3.67 फीसदी राशि ईपीएफ में निवेश की जाती है. रिटायरमेंट के बाद पीएफ का पैसा कर्मचारियों को एकमुश्त और ईपीएस का पैसा पेंशन के तौर पर मिलता है.