नोएडा| 48 साल बाद भारत वर्ल्ड डेयरी समिट-2022 की मेजबानी कर रहा है. आज यानी सोमवार को ग्रेटर नोएडा में चार दिवसीय समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. इंडिया एक्सपो मार्ट में होने वाले कार्यक्रम में देसी गाय-भैंस के पुतले लगाए गए हैं.
यह देखने में हूबहू गाय-भैंस ही लगते हैं. हर हाल के बाहर लगे पुतलों से भारत के विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख नस्लों की ब्रांडिंग होगी. यही नहीं इन नस्लों के महत्व पर भारतीय विशेषज्ञ भी विदेशी मेहमानों के समक्ष व्याख्यान देंगे.
इंडिया एक्सपो मार्ट में 11 हाल में कार्यक्रम होगा. इंट्री गेट से लेकर हाल के गेट पर विभिन्न प्रजातियों के गाय-भैंस के पुतले खड़े किए गए हैं. इन्हीं प्रजातियों के नाम पर हाल के नाम रखे गए हैं, जिनके अंदर विशेषज्ञ व्याख्यान देंगे. खासकर गिर, राठी, साहीवाल, थारपरकर, लाल, सिंधी गायों के पुतले लगाए गए हैं.
ऐसे ही जाफराबादी, पंढरपुरी, मुर्रा, महसानी, नागपुरी और नीली रवि जैसी भैंसों के प्रजातियों पर भी नाम रखे गए हैं. आपको बता दें कि “वर्ल्ड डेयरी समिट” का आयोजन आज यानी 12 सितंबर से 15 सितंबर तक किया जाना है. इसकी थीम “पोषण और आजीविका के लिए डेयरी” विषय पर केंद्रित है.
भारत को पहले 1974 में अंतरराष्ट्रीय डेयरी की मेजबानी का अवसर मिला था. दोबारा काफी दिनों बाद मिलने वाले अवसर को भारत दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में वैश्विक ब्रांडिंग पर फोकस कर रहा है. ताकि दुनिया के बाजार में देश के उत्पादों की धाक जमें. साथ ही निवेश के लिए कंपनियां भी आकर्षित हों.
नोएडा में 12 से 15 सितंबर तक होने वाले सम्मेलन में 50 देशों के 1433 प्रतिभागियों ने नामांकन किया है. इसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा, न्यूजीलैंड और बेल्जियम से बड़ी संख्या में पंजीकरण हुए हैं. ये समिट ‘पोषण और आजीविका’ के लिए डेयरी’ विषय पर केंद्रित है.