अलगवावादी नेता यासीन मलिक दिल्ली के तिहाड़ जेल में उम्र कैद की सजा काट रहे है. इसी साल मई में उसे आपराधिक षडयंत्र रचने और राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने से जुड़े मामलों में दोषी ठहराया गया है.
मलिक ने शुक्रवार सुबह से तिहाड़ जेल में भूख हड़ताल शुरू कर दी है. उसका कहना है कि उसके केस की सही से जांच नहीं की है. इधर, मलिक के सपोर्ट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया है.
तिहाड़ जेल के कारागार नंबर-7 में बंद यासीन मलिक की भूख हड़ताल तुड़वाने के लिए जेल के कई अधिकारी ने उससे बात की और उसे मनाने की कोशिश भी की, लेकिन वे कामयाब नहीं रहे.
यासीन की हड़ताल की जानकारी शुक्रवार रात उसके परिवार ने दी. खबरों के मुताबिक, जेल के शीर्ष अधिकारियों ने मलिक से बात की और उन्हें हड़ताल खत्म करने के लिए मनाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया.
प्रतिबंधित जम्मू और कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख यासीन मलिक ने सीबीआई अदालत को बताया कि वह 1989 के रुबिया सईद अपहरण मामले में गवाहों से जिरह करना चाहते हैं अन्यथा वह इस महीने की शुरुआत में भूख हड़ताल पर चले जाएंगे.
यह मामला जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबैया सईद के 8 दिसंबर 1989 को जेकेएलएफ द्वारा अपहरण से संबंधित है.