शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस नागपुर हिंसा को लेकर वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की. इसके बाद उन्होंने कहा कि नागपुर हिंसा को लेकर झूठा प्रचार किया गया कि कुरान की आयत जलाई गई, जिसकी वजह से बड़े पैमाने पर हिंसा फैल गई.
सीएम ने आगे कहा, “हिंसा में शामिल लोगों को जब तक हम सबक नहीं सिखा देते, तब तक हम लोग शांत नहीं बैठेंगे. खासकर पुलिसकर्मियों पर जिन लोगों ने हमला किया है, उन्हें हम नहीं छोड़ेंगे.”
उन्होंने कहा, “दंगाइयों से हिंसा में हुई नुकसान की भरपाई की जाएगी. उनकी प्रोप्रटी भी जब्त की जाएगी.”
सीएम फडणवीस ने बुलडोजर एक्शन को लेकर कहा कि जहां चलाने की आवश्यकता होगी, वहां बुलडोजर चलाया जाएगा. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
सीएम देवेंद्र फडणवीस नागपुर दंगा होने के बाद पहली बार वहां पहुंचे थे.आज उन्होंने जो नागपुर में दंगा के मसले पर वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों से उसकी पूरी जानकारी हासिल की. हिंसा में बड़े पैमाने पर पुलिस के जवान घायल हुए. पुलिस पर हमले के एक भी दोषियों को नहीं छ़ोड़ेंगे. बता दें कि नागपुर सिटी सीएम का गृह नगर भी है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का मुख्यालय भी नागपुर में ही है.
महाराष्ट्र की सीएम फडणवीस ने कहा कि घटना वाले दिन औरंगजेब की कब्र की प्रतिकृति को सुबह जला दिया गया था. इस पर एफआईआर दर्ज की गई थी, लेकिन इस पर कुरान की आयत लिखी होने की अफवाह फैलने के बाद लोग इकट्ठा हो गए. भीड़ ने पथराव और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया.
उन्होंने बताया कि नागपुर दंगे के दौरान पुलिस ने एहतियाती कार्रवाई की. अब सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दंगा करने वालों को गिरफ्तार किया जा रहा है. अब तक 104 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस और लोगों को गिरफ्तार करेगी. जो लोग दंगे में शामिल हैं या दंगाइयों की मदद कर रहे हैं, उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी.
सीएम देवेंद्र फडणवीस के अनुसार इस मामले में सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को भी सह-आरोपी बनाया जाएगा. अब तक 68 सोशल मीडिया पोस्ट की पहचान कर उन्हें हटाया गया है.”