भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने शनिवार को स्पष्ट रूप से कहा कि वह इस्तीफा नहीं देंगे क्योंकि इस्तीफा देने का मतलब होगा कि उन्होंने उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों को स्वीकार कर लिया है. शुक्रवार शाम को दिल्ली पुलिस ने महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोपों को लेकर बृज भूषण के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की थीं.
बृज भूषण ने पत्रकारों से कहा, “इस्तीफा देना कोई बड़ा मुद्दा नहीं है लेकिन मैं अपराधी नहीं हूं. यदि मैंने इस्तीफा दिया तो इसका मतलब होगा कि मैंने पहलवानों के आरोपों को स्वीकार कर लिया है. मेरा कार्यकाल लगभग समाप्त (अगले महीने) हो गया है. सरकार ने तीन सदस्यीय समिति गठित की है और चुनाव 45 दिनों में होंगे. मेरा कार्यकाल चुनावों के बाद समाप्त हो जाएगा.”
उन्होंने कहा, “रोजाना पहलवान नई मांग ले आते हैं. उन्होंने एफआईआर की मांग की, एफआईआर दर्ज कर ली गयी और अब वे कह रहे हैं कि मुझे जेल भेजा जाए और मुझे सभी पदों से इस्तीफा दे देना चाहिए. मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की वजह से सांसद हूं और न कि विनेश फोगाट की वजह से. केवल एक परिवार और अखाड़ा प्रदर्शन कर रहे हैं और हरियाणा के 90 फीसदी पहलवान मेरे साथ हैं.”
बृज भूषण ने कहा, “उनके प्रदर्शन से पहले वे मेरी सराहना करते थे. अपनी शादियों में बुलाते थे, मेरे साथ तस्वीरें खिंचवाते थे और मेरा आशीर्वाद लेते थे. उन्होंने 12 वर्षों तक किसी पुलिस थाने, खेल मंत्रालय या महासंघ में मेरी शिकायत (यौन शोषण) नहीं की.”
शनिवार को इससे पहले कांग्रेस महा सचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने जंतर-मंतर पर पहलवानों से मुलाकात की. इस बारे में पूछने पर बृज भूषण ने कहा, “मैं शुरूआत से ही कह रहा हूं कि कुछ उद्योगपति और कांग्रेस इस प्रदर्शन के पीछे है.”