देश के पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का गुरुवार को निधन हो गया. उनकी बेटी ने इस बात की पुष्टि की है. शरद यादव फिलहाल राजद में थे. 75 साल के राजद नेता की तबीयत पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं थी.
शरद यादव की बेटी सुभाषिनी शरद यादव ने ट्विटर पर इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा- “पापा नहीं रहे।” शरद यादव की तबीयत खराब होने पर गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
शरद यादव ने 1999 और 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विभिन्न विभागों में मंत्री रहे थे. 2003 में शरद यादव जनता दल यूनाइटेड जद (यू) के अध्यक्ष बने. आज की तारीख में पिछले कई सालों से यह पार्टी बिहार की सत्ता में है. नीतीश कुमार और शरद यादव की जोड़ी एक समय में बिहार की हिट राजनीतिक जोड़ी थी.
शरद यादव आज भले ही लालू यादव की पार्टी राजद के साथ थे, लेकिन एक समय में ये लालू यादव के धुर विरोधी थे. लालू यादव को सत्ता से उखाड़ फेंकने में इनका बड़ा हाथ माना जाता है. लालू यादव को ये एक बार उनके गढ़ मधेपुरा से हरा चुके हैं.
हालांकि नीतीश से मनमुटाव होने के बाद इन्होंने अलग पार्टी बनाई और फिर लालू की पार्टी में अपनी पार्टी का विलय करा दिया.