5 दिनों पहले राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल टेलर की हत्या के बाद पूरे देश भर में अभी भी गुस्सा बरकरार हैं. एक बार फिर से कोर्ट परिसर में पेशी पर आए चारों हत्यारों पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा.
इन्हें देखकर लोग इतने आक्रोशित थे अगर पुलिस न बचाती तो बड़ी घटना हो सकती थी. शनिवार को उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या से जुड़े चार आरोपियों को जयपुर एनआईए कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान हत्यारों के साथ लोगों की भीड़ ने पिटाई कर दी.
हत्यारों की पेशी से पहले पुलिस ने सुरक्षा के इतने मजबूत प्रबंध किए थे उसके बावजूद भी लोगों का गुस्सा इतना ज्यादा था कि वह गेट तोड़ते हुए कोर्ट परिसर के अंदर दाखिल हो गए . गौस मोहम्मद व रियाज तथा सहयोगी मोहसिन और आसिफ को शनिवार को एनआईए कोर्ट में वकीलों और लोगों ने जमकर धुनाई कर दी.
बड़ी मुश्किल से पुलिस ने हत्यारों को बचाकर पुलिस वाहन में चढ़ाया. उसके बावजूद गुस्साए लोग इन्हें पीछे से थप्पड़ों, जूतों और चप्पलों और से पीटते रहे. इससे पहले उदयपुर की एक कोर्ट ने दो आरोपियों को शुक्रवार को एक दिन की ट्रांजिट रिमांड पर भेजा था.
वहीं सुनवाई के बाद कोर्ट ने चारों आरोपियों को 12 जुलाई तक एनआईए की कस्टडी में भेज दिया है. अब दस दिन तक एनआईए की टीम चारों आरोपियों से कड़ी पूछताछ करेगी. बता दें कि हत्या के मुख्य आरोपी रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद ने 28 जून को भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा का समर्थन करने के लिए दर्जी कन्हैया लाल की उनकी दुकान पर चाकू से सिर कलम कर हत्या कर दी थी.
इस नृशंस हत्याकांड के बाद इन आरोपियों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा था कि वे इस्लाम के अपमान का बदला ले रहे हैं. वीडियो में आरोपियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धमकी दी थी.
घटना के कुछ ही घंटों के भीतर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. कन्हैयालाल की हत्या के बाद राज्य सरकार ने विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) का गठन कर जांच शुरू की थी, लेकिन बाद में आरोपियों के तार दूसरे देशों से भी जुड़े होने के कारण इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है.