दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में रविवार तड़के एक नर्सिंग होम में आग लगने से कम से कम 2 लोगों की जलकर मौत हो गई. जानकारी के अनुसार घटना आज सुबह करीब 5:15 बजे की बताई जा रही है.
पुलिस और दमकल विभाग के अधिकारियों ने पुष्टि की कि मौके से 6 लोगों को बचाया गया है. आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल की 4 गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और आग को काबू करना शुरू कर दिया. करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया और स्थिति को नियंत्रण में किया.
आग किस फैसिलिटी में लगी वह ग्रेटर कैलाश 2 के ई ब्लॉग में स्थित एक सीनियर सिटीजन केयर होम है. यहां वरिष्ठ नागरिकों का रख-रखाव किया जाता है. आग लगने का कारण अभी पता नहीं चल पाया है. पुलिस की टीम मौके का मुआयना कर रही है.
इससे पहले दिल्ली के ग्रेटर कैलाश पार्ट-1 स्थित फिनिक्स अस्पताल में 17 दिसंबर की सुबह आग लगने से अफरा-तफरी मच गई. अस्पताल के बेसमेंट में आग की सूचना मिलते ही दमकल की 5 गाड़ियां मौके पर पहुंच गई थीं और आग पर काबू पा लिया था. फिनिक्स अस्पताल में आग लगने की सूचना दमकल विभाग को सुबह 9 बजकर 7 मिनट पर मिली थी.
गत 29 दिसंबर, 2022 को दिल्ली पुलिस ने आग लगने वाली एक इमारत की पहली और दूसरी मंजिल पर फंसे 14 लोगों को बचाया था. घटना दिल्ली के संगम विहार इलाके की है. पुलिस ने बताया था कि 14 लोग (4 महिलाएं, 4 पुरुष और 6 बच्चे) एक ही परिवार के थे.
वहीं, 25 नवंबर, 2022 को चांदनी चौक के इलेक्ट्रॉनिक मार्केट में शॉर्ट-सर्किट की वजह से भीषण आग लग गई थी, जिसे 5 दिन बाद बुझाया जा सका था. दमकल की 150 गाड़ियों ने आग पर काबू पाया था. इस घटना में 200 दुकानें जल गईं, जबकि 5 इमारतें पूरी तरह या आंशिक रूप से जल गईं.
इसके अलावा 3 इमारतें आग की चपेट में आकर ढह गईं. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आग लगने की इस घटना के बाद इलेक्ट्रॉनिक मार्केट का दौरा किया था. उन्होंने बिजली के लटकते तारों और ओवरलोडेड सर्किट जैसे मुद्दों को प्रभावी ढंग से हल करने के तरीकों पर गौर करने के लिए एक बहु-अनुशासनात्मक समिति गठित की थी.
गत साल 13 मई को पश्चिमी दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास स्थित कमर्शियल बिल्डिंग में आग लग गई थी. इस हादसे में 27 लोगों की जलकर, या दम घुटने से मौत हो गई थी, जबकि जान बचाने के लिए बिल्डिंग से कूदने की वजह से 12 लोग घायल हो गए थे.