नशे और ड्रग्स के खिलाफ जारी जंग में मुंबई पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. मुंबई के जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह (नहावा शेवा बंदरगाह) पर पहुंचे एक कंटेनर से 20 टन से अधिक लीकोरिस कोटिंग की हुई हेरोइन पकड़ी गई है.
यह मुंबई में अब तक की सबसे बड़ी हेरोइन की बरामदगी बताई जा रही है. इसकी कीमत हजारों करोड़ में है. इस मामले में मुंबई और एनसीबी की कई टीमें जांच में जुटी हैं. मामले में कोई गिरफ्तारी भी हुई है या नहीं, पुलिस की तरफ से अभी इसकी जानकारी नहीं दी गई है.
इस मामले को लेकर दोपहर बाद स्पेशल सेल के सीपी की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जानी है, जिसमें इस पूरे मामले को लेकर विस्तार से जानकारी दी जाएगी. मिली जानकारी के अनुसार यह कंटेनर एक शिप में लोड किया गया था, जो हाल ही में बंदरगाह पर पहुंचा था. जांच के दौरान कंटेनर से 22 टन हेरोइन बरामद की गई. इस हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1725 करोड़ रुपए बताई जा रही है.
इस हेरोइन पर जिस लीकोरिस की कोटिंग की गई है, वह एक जड़ी बूटी है जो यूरोप और एशिया के कुछ हिस्सों में पाई जाती है. यह मुलेठी की जड़ से बना एक ग्लाइसीराइजिन की तरह होता है. इसके ज्यादा सेवन स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पैदा कर सकता है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार लीकोरिस की कोटिंग कर हेरोइन को छिपाने की कोशिश की गई थी. जिसकी वजह से ही सामान्य जांच के दौरान यह पकड़ में नहीं आ रहा था. बता दें कि नहावा शेवा बंदरगाह पर ही बीते जुलाई माह में एक कंटेनर से करीब 73 किलो हेरोइन की बड़ी खेप बरामद की गई थी.
जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 365 करोड़ रुपये आंकी गई थी. यह बरामदगी पंजाब और मुंबई पुलिस के संयुक्त अभियान में किया गया था. वहीं, जुलाई 2021 में इस पोर्ट से 300 किलो हेरोइन बरामद किया गया था. यह बरामदगी राजस्व खुफिया निदेशालय द्वारा की गई थी. इसके अलावा भी यहां से कई बार ड्रग्स बरामद किया गया है. यहां पर ज्यादातर हेराइन अफगानिस्तान से भेजा जा रहा है.