नरेंद्र मोदी ने 26 मई 2014 को पहली बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. मई 2019 में दूसरी बार शपथ लेकर नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश के पीएम बने. सत्ता में आने के बाद से अपने 9 साल से ज्यादा के कार्यकाल में मोदी सरकार ने कई जन-केंद्रित योजनाएं शुरू की हैं.
उनकी कई योजनाओं ने सीधे देश की गरीब जनता और महिलाओं को फायदा पहुंचाने का काम किया है. जिनसे देश में आर्थिक सुधारों की गति तेज करने और लोगों के जीवन में बदलाव लाने में मदद मिली है. इनमें दो सबसे बड़ी योजनाएं प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना और प्रधानमंत्री किसान योजना हैं.
विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को पारंपरिक ईंधन के इस्तेमाल के कारण होने वाले स्वास्थ्य संबंधी खतरों से छुटकारा दिलाने के लिए पर्यावरण के अनुकूल स्वच्छ खाना पकाने का ईंधन मुहैया कराने के लिए पीएम मोदी ने 1 मई, 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना शुरू की थी. उज्ज्वला योजना का उद्देश्य गरीब परिवारों को स्वच्छता से खाना पकाने की दिशा में व्यवहारिक बदलाव लाने में मदद करना है. वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान पूरी दुनिया कोविड की चपेट में थी. देश के सबसे गरीब पीएमयूवाई परिवारों की मदद करने के लिए सरकार ने तब हर परिवार को 3 मुफ्त रिफिल देने की घोषणा की.
उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों का रिफिल बढ़ा
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना लाभार्थियों द्वारा रिफिल 2018-19 में 16 करोड़ से बढ़कर 2022-23 में 35 करोड़ हो गया. भारत जैसे लोकतांत्रिक समाज में व्यवहारिक बदलाव लाने में बहुत समय और लगातार कोशिशों की जरूरत होती है. पीएम उज्ज्वला योजना ने लाखों गरीब परिवारों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन मुहैया करवाकर स्वस्थ और प्रदूषण मुक्त जीवन की दिशा में उनके पहले कदम में सफलतापूर्वक सहायता की है. 2022-23 के दौरान 88 प्रतिशत गरीब पीएमयूवाई परिवारों ने रिफिल लिया है. रिफिल लेने वाले पीएमयूवाई लाभार्थी 2017-18 में 3 करोड़ से बढ़कर 2018-19 में 6 करोड़, 2019-20 में 6.5 करोड़, 2020-21 में 8 करोड़, 2021-22 में 8.05 करोड़ और 2022-23 में 8.41 करोड़ हो गई है.
दिसंबर तक पीएम-किसान की 15वीं किस्त हो सकती है जारी
केंद्र सरकार के नवंबर से दिसंबर 2023 के बीच पीएम-किसान योजना की 15वीं किस्त जारी करने की संभावना है. हालांकि, इस संबंध में सरकार की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. सरकार ने 27 जुलाई को पीएम किसान योजना की 14वीं किस्त जारी की थी. पीएम-किसान योजना के तहत सभी भूमिधारक किसान परिवारों को सालाना 6,000 रुपये का वित्तीय लाभ दिया जाता है. जो 2,000 रुपये की तीन समान किस्तों में दिया जाता है. पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों की आय बढ़ाने में मदद के लिए किसान सम्मान निधि योजना चलाई. इसके तहत पीएम-किसान की 14वीं किस्त के रूप में 17 हजार करोड़ रुपये किसानों के बैंक खातों में जमा कराए दिए गए.
पीएम-किसान दुनिया की सबसे बड़ी योजना
यह दुनिया की सबसे बड़ी योजना है, जिसमें सीधे किसानों के बैंक खाते में रकम ट्रांसफर की जाती है. अब तक जारी हो चुकी 14वीं किस्त को मिला लें तो करीब 2.60 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर किए जा चुके हैं, जिससे किसानों को विभिन्न खर्चों को कवर करने में फायदा हुआ है. 2014-15 में कृषि मंत्रालय का बजट 23 हजार करोड़ रुपये होता था, जो अब करीब पांच गुना ज्यादा 1.25 लाख करोड़ रुपया हो गया है. किसानों की आय में सालाना छह हजार रुपये जोड़ने के लिए पीएम मोदी ने किसान योजना को शुरू किया.