एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की दशहरे के दिन इस साल हत्या कर दी गई थी. 12 अक्टूबर को गोली मारकर बाबा सिद्दीकी की हत्या को अंजाम दिया गया था. जिसके बाद से मुंबई पुलिस लगातार जांच में जुटी रही. इस हत्याकांड के मामले में 26 आरोपियों की गिरफ्तारी भी की गई.
वहीं, सिद्दीकी की मौत के जिम्मेदारी कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली. इस बीच बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में नया ट्विस्ट आया है. हत्याकांड का आरोपी नितिन गौतम सप्रे कोर्ट में अपने बयान से पलट गया और उसने मुंबई पुलिस पर ही गंभीर आरोप लगा दिए. आरोपी ने कोर्ट में बयान देते हुए कहा कि उसका इस घटना में कोई हाथ नहीं है, लेकिन मुंबई पुलिस ने जबरन उसे गिरफ्तार कर लिया और धमकी दी कि मैं यह कबूल करूं.
मुंबई पुलिस ने कहा कि अगर मैंने जुर्म कबूल नहीं किया तो मुझे और मेरे परिवार को इस मामले में फंसा देंगे. पुलिस के दबाव में मुझे कबूल करना पड़ा. आरोपी ने यह भी कहा कि उसे जबरन न्यायिक हिरासत से बोरीवली पुलिस स्टेशन ले जाया गया. सप्रे ने बयान दिया था कि वह अनमोल बिश्नोई गैंग के संपर्क में था और दो आरोपियों को भी शरण दी थी.
बता दें कि दशहरे के दिन बाबा सिद्दीकी अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस से जा रहे थे. तभी कुछ लोग आए और बाबा सिद्दीकी के कार के सामने दशहरे का जश्न मनाने लगा. इस बीच अचानक से उनकी गाड़ी पर फायरिंग कर दी गई. इस गोलीबारी में बाबा सिद्दीकी को कई गोलियां लगी. आनन-फानन में उन्हें नजदीकी अस्पताल में एडमिट करवाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. सिद्दीकी की हत्या के बाद सियासी गलियारों के साथ ही पूरे बॉलीवुड में भी शोक की लहर थी.