सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने अपनी पहली विशेष लोक अदालत शुरू की है. जिसका उद्देश्य सुप्रीम कोर्ट के समक्ष लंबित मामलों की संख्या को कम करना है. लोक अदालत 29 जुलाई से 3 अगस्त तक आयोजित की जाएगी.
लोक अदालत हर दिन दोपहर 2 बजे के बाद आयोजित की जाएगी और इसमें मामले की सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट के दो न्यायाधीश, एक वरिष्ठ अधिवक्ता और एक एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड मौजूद रहेंगे.
भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डी वाई चंद्रचूड़ ने सोमवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट की पहली सात पीठ आज से शुक्रवार तक दोपहर दो बजे एक विशेष लोक अदालत में सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए सूचीबद्ध मामलों पर सुनवाई करेंगी. लंबित मुकदमों में कमी लाने के प्रयास के तौर पर शीर्ष अदालत तीन अगस्त तक विशेष लोक अदालत लगा रही है.
सीजेआई ने सोमवार को मुकदमों की सुनवाई शुरू होने पर कहा, ‘आज से शुक्रवार तक, हम सुप्रीम कोर्ट की लोक अदालत लगाएंगे और पहली सात पीठ मुकदमों पर सुनवाई करेंगी. अगर वकीलों के पास ऐसे मामले हैं जो लोक अदालत में जा सकते हैं तो कृपया उन्हें लाइए.’
सीजेआई ने पहले नागरिकों से आग्रह किया था कि अगर उनके मामले शीर्ष अदालत में लंबित हैं तो वे अपने विवादों का सौहार्दपूर्ण और तेजी से निपटारा करने के लिए विशेष लोक अदालत में भाग लें.
सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड एक वीडियो संदेश में न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, ‘उच्चतम न्यायालय 29 जुलाई से तीन अगस्त 2024 तक विशेष लोक अदालत का आयोजन कर रहा है. यह उन गतिविधियों की एक श्रृंखला का हिस्सा है जिसे सुप्रीम कोर्ट अपनी स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाने के लिए आयोजित कर रहा है.’