जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों की चौकसी की वजह से उरी हमले जैसी साजिश नाकाम हो गई है. राज्य के परगल स्थित आर्मी कैंप में कुछ आतंकियों ने घुसने की कोशिश की तो सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाला और दो आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया.
खबर के मुताबिक, राजौरी के परगल आर्मी कैंप में कुछ आतंकियों ने घुसने की कोशिश की जिसके बाद दोनों तरफ से हुई फायरिंग में दो आतंकी ढेर हो गए. फिलहाल सेना का सर्च अभियान जारी है और सेना के भी तीन जवान शहीद और दो जवान घायल हुए हैं.
जम्मू जोन के एडीजीपी मुकेश सिंह ने बताया, ‘किसी ने राजौरी के दारहाल इलाके के परगल में सेना के कैंप की बाड़ को पार करने की कोशिश की. दोनों तरफ से गोलीबारी हुई.
दारहाल पुलिस स्टेशन से 6 किमी दूर लोकेशन के लिए अतिरिक्त दल भेजे गए. दो आतंकवादी मारे गए, सेना के दो जवान घायल हुए हैं.’ जो दो आतंकी मारे गए हैं वो हथियार और गोलाबारूद से लैस थे और आत्मघाती हमले को अंजाम देने का प्लान था.
भारतीय सेना के अधिकारी ने बताया, ‘राजौरी से 25 किलोमीटर दूर एक आतंकी हमले में दो आतंकियों ने सेना की एक कंपनी ऑपरेटिंग बेस पर आत्मघाती हमला किया. दोनों आतंकवादी मारे गए हैं, जबकि हमारे तीन जवानों की जान चली गई है. ऑपरेशन जारी है.’ कहा जा रहा है कि जिस रास्ते से ये आतंकी घुसे थे उस पर पूरा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. अगर ये आत्मघाती हमलावर आर्मी कैंप में घुसने में कामयाब हो जाते तो बहुत बड़ा नुकसान हो सकता था. सुरक्षाबलों की मुस्तैदी से एक बड़ा आतंकी हमला टल गया.
बुधवार को ही जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के तीन आतंकवादी मारे गए थे. सुरक्षा बलों ने जिले में खानसाहिब इलाके के वाटरहेल में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद वहां घेराबंदी की और तलाशी अभियान चलाया. तलाशी अभियान उस समय मुठभेड़ में तब्दील हो गया, जब आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी.