उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने आज बेंगलुरु में माउंट कार्मेल कॉलेज के प्लेटिनम जुबली समारोह का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को दुनिया का सबसे सहिष्णु देश है. धर्मनिरपेक्षता देश में किसी सरकार या पार्टी की वजह से सुरक्षित नहीं बल्कि यह लोगों के खून में है और यहां रहने वाले हर व्यक्ति की नसों में है.
उपराष्ट्रपति ने कहा, “हमारा एक महान देश है, सौभाग्य से भारत फिर से आगे बढ़ रहा है, दुनिया अब एक बार फिर भारत को पहचान रही है और सम्मान कर रही है. कोई भी हमें अनदेखा नहीं कर सकता है. हालांकि कुछ लोग यहां-वहां छोटी-छोटी बातें लिख सकते हैं, इसके बारे में चिंता न करें. कुछ लोग भारत की प्रगति को पचा नहीं पा रहे हैं, वे अपच से पीड़ित हैं. हम इसमें मदद नहीं कर सकते.”
इसके साथ ही उन्होंने पश्चिमी मीडिया पर भारत के बारे में बहुत सारी नकारात्मक कहानियां गढ़ने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पश्चिमी मीडिया ने देश और उसके लोगों के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में की जा रही उपलब्धियों को भुला दिया गया.
उपराष्ट्रपति नायडू ने यह भी कहा कि ‘भारत औपनिवेशिक शासन में भरोसा नहीं करता है और खुद को अन्य देशों पर भी थोपना नहीं चाहता है और इसने अपने इतिहास में कभी किसी देश पर हमला नहीं किया है.’