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दिल्ली विधानसभा चुनाव से 5 दिन पहले केजरीवाल के सात मौजूदा विधायकों ने दिया इस्तीफा, पार्टी भी छोड़ी

दिल्ली विधानसभा चुनाव से 5 दिन पहले आम आदमी पार्टी (AAP) के 7 मौजूदा विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इन सभी ने विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने और आम आदमी पार्टी में भ्रष्टाचार को इस्तीफे की वजह बताई.

महरौली से 2 बार के पार्टी विधायक नरेश यादव ने कहा, ‘आम आदमी पार्टी का उदय भ्रष्टाचार के खिलाफ हुए अन्ना आंदोलन से भारतीय राजनीति से भ्रष्टाचार को मुक्त करने के लिए हुआ था. लेकिन अब मैं बहुत दुखी हूं कि भ्रष्टाचार आम आदमी पार्टी बिल्कुल भी कम नहीं कर पाई, बल्कि आम आदमी पार्टी ही भ्रष्टाचार के दलदल में लिप्त हो चुकी है.’

उधर, विधायकों के पार्टी से इस्तीफे पर आम आदमी पार्टी विधायक ऋतुराज झा ने भाजपा पर विधायकों को लालच देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘मुझे भी पार्टी छोड़ने का लालच दिया गया था. लेकिन मैं आखिरी दम तक आम आदमी पार्टी में रहूंगा.’

वहीं, दिल्ली विधानसभा स्पीकर राम दिल्ली स्पीकर राम निवास गोयल ने कहा- मुझे विधायकों के इस्तीफे की जानकारी नहीं है. मैं 5 बजे सेक्रेटेरिएट से निकल गया था. उसके बाद इस्तीफा दिया होगा.

आम आदमी पार्टी ने 21 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच यानी 25 दिनों में कुल 4 लिस्ट में 70 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए थे. इस बार 26 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए हैं. 4 विधायकों की सीट बदली गई है. दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होना है. रिजल्ट 8 फरवरी को आएगा.

आम आदमी पार्टी ने 21 नवंबर को कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट जारी की थी. इसमें सीलमपुर विधायक अब्दुल रहमान का नाम नहीं था. इस पर अब्दुल रहमान खुलकर अरविंद केजरीवाल के विरोध में आ गए थे.

दैनिक भास्कर से चर्चा में उन्होंने बताया था कि मुझे टिकट नहीं दिया और ये बताया भी नहीं कि टिकट क्यों नहीं दिया. केजरीवाल के ऊपर शनि सवार है. वे खुद ही पार्टी को खत्म करने पर तुले हैं.

10 दिसंबर को अब्दुल रहमान ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी पर मुस्लिमों के प्रति बेरुखी का आरोप लगाया था.

विधायकों ने ये बताई इस्तीफे की वजह

  1. नरेश यादव, महरौली: सीट से विधायक रहे यादव ने कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार के दलदल में हैं. दिल्ली की जनता जानती है कि आम आदमी पार्टी ने भ्रष्टाचारियों को ही पार्टी में शामिल कर लिया है.
  2. पवन शर्मा, आदर्श नगर: आम आदमी पार्टी जिस विचारधारा पर बनी थी, उस विचारधारा से भटक चुकी है. आम आदमी पार्टी की दुर्दशा देख कर मन बहुत दुखी है.
  3. भूपेंदर सिंह जून, बिजवासन: आम आदमी पार्टी (AAP) की स्थापन जिन मूल्यों पर की गई थी, अब उन नैतिक मानदंडों की घोर उपेक्षा चिंताजनक है. पार्टी ने आपराधिक पृष्ठभूमि वालों को टिकट दिया.
  4. मदनलाल, कस्तूरबा नगर: मेरा आम आदमी पार्टी से भरोसा पूरी तरह से खत्म हो चुका है, इसलिए मैं पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं.
  5. रोहित मेहरौलिया, त्रिलोकपुरी: जिन्हें बाबासाहब अंबेडकर की केवल फोटो चाहिए, उनके विचार नहीं, ऐसे मौका-परस्त और बनावटी लोगों से आज से मेरा नाता खत्म. मैं आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से इस्तीफा देता हूं.
  6. राजेश ऋषि, जनकपुरी: आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार मुक्त शासन, पारदर्शिता और जवाबदेही के सिद्धांतों पर आधारित थी. पार्टी से मैंने इन मूल्यों से एक महत्वपूर्ण दूरी देखी है. पार्टी करप्शन और भाई-भतीजावाद का कटोरा बन गई है.
  7. भावना गौड़, पालम: मेरा पार्टी से विश्वास पूरी तरह से खत्म हो चुका है, इसलिए मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं.
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