उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में आय से अधिक संपत्ति के मामले में आरोपी वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को बुधवार देर रात आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है. इससे पहले धामी सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया था. निलंबित के आदेश के बाद विजिलेंस अधिकारी मामले की जांच करने के लिए उनसे पूछताछ करने पहुंचे थे. विजिलेंस अधिकारियों ने उनसे करीब सात घंटे तक पूछताछ की. इस दौरान उनके दस्तावेज का सत्यापन किया गया और तकरीबन 100 से अधिक सवाल किए गए.
कुछ पर यादव चुप्पी साध गए तो कुछ पर टीम को बातों में उलझाने का प्रयास किया. उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड आए आईएएस रामविलास यादव के खिलाफ विजिलेंस ने ढाई साल पहले खुली जांच शुरू की थी. इस दौरान उन्हें पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया, लेकिन वह विजिलेंस के सामने नहीं आए. विजिलेंस ने उनसे दफ्तर में ही पूछताछ करने को कहा तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. लगभग 12 लोगों की टीम ने उनके निवास और दफ्तरों में जाकर साक्ष्य जुटाए थे. आखिरकार बुधवार देर रात रामविलास यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है.